Deoria News : देवरिया जिले के महुआडीह (Mahuadih) बाजार में फर्नीचर दुकान की आड़ में संरक्षित वन्यजीवों के खाल की तस्करी करने वाले हरिशंकर विश्वकर्मा की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े रहस्यों से पर्दा उठा है। इसके साथ ही यह साफ हो गया है कि आरोपी ने तस्करी के जरिए ही पिछले 2 सालों में अकूत संपत्ति जमा की है। पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही है।
2 साल में खूब कमाया
दरअसल हरिशंकर विश्वकर्मा की संपत्ति में पिछले 2 साल में कई गुना इजाफा हुआ है। इन सालों में उसने इतनी तरक्की की कि क्षेत्र में लोग उसकी मिसाल देने लगे। बहुत कम समय में वह महुआडीह और दूसरे चौराहों पर कई दुकानों का मालिक हो गया। उसने कई कीमती प्रॉपर्टी अपने और परिजनों के नाम खरीदी है।
संदेह था
हालांकि इतनी तेज तरक्की से हरिशंकर को जानने वाले हैरान थे। 2 साल पहले तक मामूली पूंजी से दुकान चलाने वाले हरिशंकर ने सिर्फ फर्नीचर दुकान से इतना पैसा कमाया होगा, यह किसी के गले नहीं उतर रहा था। महुआडीह चौराहा, आरोपी के गांव और उसके अन्य जानकारों को यह संदेह था कि वह किसी अवैध कारोबार में शामिल है। लेकिन उसकी गिरफ्तारी से पहले कोई खुलकर कुछ कहने से हिचक रहा था।
पुलिस जुटा रही जानकारी
पुलिस ने भी हरिशंकर के पिछले सालों में अर्जित संपत्ति की जानकारी जुटानी शुरू की है। न सिर्फ उसके और परिजनों, बल्कि सगे संबंधियों और करीबी रिश्तेदारों की भी जांच पड़ताल की जा रही है। ऐसा शक है कि अवैध तस्करी से कमाए पैसे को खपाने के लिए उसने अपने करीबियों का सहारा लिया है। उन सभी की भी कुंडली खंगाली जा रही है।
यह है पूरा मामला
यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जनपद देवरिया में तेन्दुए की खाल का अवैध व्यापार किया जा रहा है। इस सूचना पर उपनिरीक्षक संतोष सिंह के नेतृत्व में जावेद आलम सिद्दीकी, कवीन्द्र साहनी, मृत्युन्जय सिंह, कमाण्डो शिवशंकर यादव और चालक शिव समत्ति तिवारी की एक टीम जनपद देवरिया पहुंची। टीम ने वहां जमीनी सूचना एवं अन्य स्रोतों से जानकारी जुटाई। इसमें पता चला कि महुआडीह चौराहे पर सृष्टि फर्नीचर की दुकान से तेन्दुआ की खाल की तस्करी की जा रही है।
मौके पर जाकर गिरफ्तार किया
इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने क्षेत्रीय वन अधिकारी रूद्रपुर को साथ लेकर सूचना विकसित करते हुए 8 अगस्त, 2022 को शाम करीब 3.49 बजे अभियुक्त को सृष्टि फर्नीचर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक हरिशंकर विश्वकर्मा पुत्र श्रीराम नयन विश्वकर्मा महुआडीह थाना क्षेत्र के बरारी द्वितीय गांव का रहने वाला है। उसके कब्जे से 01 अदद तेन्दुआ की खाल बरामद हुई।
नेपाल बॉर्डर के जंगल से लाया था
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि बरहा महुआडीह निवासी प्रदीप यादव ने तेन्दुए की खाल उसे दी थी। साथ ही 10 रुपये की आधी नोट दिया था, जिस पर हरिशंकर विश्वकर्मा कोड 99192 लिखा है। प्रदीप यादव ने कहा था कि इस नोट का आधा हिस्सा जो व्यक्ति तुमको देगा, उसे यह बैग (जिसमें तेन्दुए की खाल है) दे देना। प्रदीप यादव भारत नेपाल बार्डर के जंगलों से यह खाल लाया था।