Gautam Buddh Nagar : भारी वर्षा होने के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से जनपद गौतमबुद्ध नगर में नदी के किनारे स्थित गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने एवं उनको हर संभव मदद उपलब्ध कराने को लेकर डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में जिला प्रशासन कृत संकल्पित है।
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने स्थाई आश्रय स्थलों में रह रहे बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री, खानपान, पीने योग्य पानी, साफ सफाई, लाइट, स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं आदि सभी सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया है।
नोडल अधिकारी/ अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में यमुना नदी के बढ़े हुए जलस्तर के कारण प्रभावित परिवारों को स्थाई आश्रय स्थलों में शिफ्ट करने के लिए नोएडा सेक्टर 134, 135,136 में चार शरणालय बनाए गए हैं, जिसमें बाढ़ से प्रभावित ग्रामों के 1500 व्यक्तियों तथा 150 रेस्क्यू किए गए व्यक्ति प्रवास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शरणालय में प्रवास कर रहे परिवारों के व्यक्तियों के लिए राहत सामग्री, खानपान, पीने योग्य पानी, साफ सफाई, लाइट तथा उन्हें स्वास्थ संबंधी सभी सुविधाएं मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराई जा रही है। वर्तमान तक लगभग 700 पशुओं को भी रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। यमुना नदी के समीप स्थित बाढ़ प्रभावित ग्रामों में बचाव कार्य के लिए 4 एनडीआरएफ, 2 एसडीआरएफ एवं एक पीएसी टीम की लगाई गई हैं, जोकि निरंतर रेस्क्यू कर बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार बाढ़ प्रभावित परिवारों के व्यक्तियों की स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए जनपद में 8 मेडिकल टीम की स्थापना की गई है, जोकि निरंतर अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध करा रही हैं। आम जनमानस की सहायता के लिए जनपद में बाढ़ कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है। जन सामान्य बाढ़ आपदा की स्थिति में सहायता के लिए कंट्रोल रूम के नंबर 0120- 2974274 पर संपर्क करके भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने यमुना नदी के किनारे स्थित ग्रामों के ग्रामीणों को सचेत करते हुए बताया है कि अभी आगामी कुछ घंटों तक यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ेगा। सभी ग्रामवासी सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। उन्होंने आम जनमानस को आश्वस्त किया है कि घबराने की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है, जो निरंतर कार्रवाई कर बाढ़ प्रभावित परिवारों को रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित स्थान तक पहुंचा रहे हैं।