Deoria News : देवरिया के दिग्गज नेता, पूर्व सांसद और विधायक हरिवंश सहाय (Harivansh Sahai) का निधन हो गया है। उनके निधन से जनपद की राजनीति का एक बड़ा सितारा खो गया है। वह लंबे वक्त से अस्वस्थ थे। लोग अपने लोकप्रिय नेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। देवरिया सदर सीट से भाजपा के पूर्व एमएलए सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी और बरहज से समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्णेंदु तिवारी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मूल रूप से देवरिया जिले के भाटपार रानी विधानसभा क्षेत्र के विश्वंभरपुर गांव में जन्मे हरिवंश सहाय शुरू से ही सोशलिस्ट है। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (University of Allahabad) से एमएससी की पढ़ाई की थी। हरिवंश सहाय कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता, टीचर और शिक्षाविद थे।
कुक्कुरघांटी में हुए पैदा
उनका जन्म 11 दिसंबर, 1939 को ग्राम विशंभरपुर, पोस्ट-कुकुरघांटी, जनपद देवरिया में हुआ था। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। अपने राजनीतिक करियर के दौरान हरिवंश सहाय कई अहम कमेटी के मेंबर और अन्य वरिष्ठ पदों पर नियुक्त रहे थे। जनता दल ने साल 1993-95 तक उन्हें अपना यूपी वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया था।
लोकसभा के लिए चुने गए
सबसे पहली बार साल 1969 में वह भाटपार रानी विधानसभा से उत्तर प्रदेश विधान मंडल पहुंचे थे। हरिवंश सहाय साल 1996 में सलेमपुर लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए थे। उनका बड़े सोशलिस्ट में शुमार था। पूर्व सांसद का स्वास्थ्य काफी दिनों से खराब था और उनका इलाज दिल्ली में एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
मुलायम सिंह यादव के करीबी थे
हरिवंश सहाय को मुलायम सिंह यादव ने प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था। वे मुलायम सिंह मंत्री मंडल में एक बार दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी रहे थे। हरिवंश सहाय भाटपाररानी विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधायक और एक बार सलेमपुर के सांसद रह चुके हैं। बीच में वे कुछ दिनों के लिए बसपा में भी चले गए थे। लेकिन बाद में फिर समाजवादी पार्टी में चले आए थे।