Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) समिति, देवरिया की बैठक गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत 16335 व्यक्तिगत शौचालयों का सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) एवं खण्ड प्रेरक के माध्यम से सत्यापन कराया जाये। जिन लाभार्थियों ने धनराशि प्राप्त करने के उपरान्त भी शौचालय निर्माण नहीं कराया है, उनसे धनराशि वसूली की जाये।
कार्रवाई की आवश्यकता है
उन्होंने विगत 05 वर्षों में निर्मित व्यक्तिगत शौचालयों के सापेक्ष कितनी शिकायतें प्राप्त हुईं, प्राप्त शिकायतों के आधार पर कितनी शिकायतों की जांच हुई, कितनी शिकायतें लम्बित हैं और जांच के उपरान्त क्या कार्रवाई की गयी, इसका रिकॉर्ड मांगा। साथ ही समस्त सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को 15 दिन के अन्दर यह बताने का निर्देश दिया कि उनके विकास खण्ड में कितनी ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जिनमें व्यक्तिगत शौचालय निर्माण पर जन शिकायतें हैं और उनमें कार्रवाई की आवश्यकता है।
ऑनलाइन आवेदन कराएं
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत व्यक्तिगत शौचालय के लिए नये लाभार्थियों द्वारा भारत सरकार की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया का समस्त विकास खण्ड मुख्यालयों, तहसीलों, कलेक्ट्रेट, विकास भवन एवं जिला अस्पताल पर प्रचार-प्रसार कराया जाये।
व्यवस्था की जाए
जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाले तहसील दिवस पर भी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 अन्तर्गत व्यक्तिगत शौचालय के लिए नये लाभार्थियों द्वारा भारत सरकार की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया का प्रचार-प्रसार कराया जाए। यदि कोई व्यक्ति अपना आवेदन करने में असमर्थ है, तो उसका ऑनलाइन आवेदन कराने की व्यवस्था की जाए।
नोडल अधिकारी नामित किया जायेगा
जिन सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में सचिवों ने धनराशि का दुरुपयोग किया है एवं सामुदायिक शौचालय पूर्ण हुए बिना ही समूहों को भुगतान किया गया है, उन समूहों से धनराशि की वसूली की जाए। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत मॉडल ग्राम बनाने के लिए शासन से चयनित 67 ग्रामों में निर्माण कार्यों के पर्यवेक्षण के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जायेगा।
प्रचार-प्रसार कराया जाए
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत जो भी कार्यक्रम संचालित हैं, उनका व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। जिससे पारदर्शिता बनी रहे। वर्चुअल बैठक में सीडीओ रवींद्र कुमार, डीडीओ श्रवण कुमार, डीपीआरओ अविनाश कुमार सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।