Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली वर्तमान सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश में आस्था से जुड़े अनेक स्थलों का विकास कार्य कराया जा रहा है। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ हो चुका है। साथ ही श्रीराम की नगरी में विकास के लिए कई परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। इनके माध्यम से धार्मिक नगरी की प्राचीनता को अक्षुण्य रखते हुए आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है।
इनमें अयोध्या में एक अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण भी शामिल है। ताकि देश-दुनिया के श्रद्धालु आसानी से अयोध्या भ्रमण कर सकें। श्रीराम मंदिर माॅडल पर एक डाक टिकट भी जारी किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव ने लगातार तीन वर्षों में गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान दर्ज किया है। वर्ष 2021 में फिर रिकॉर्ड की तैयारी की जा रही।
कुंभ के आयोजन ने विश्व को हैरान किया
विश्व का सबसे बड़ा मेला प्रयागराज कुम्भ-2019 (Prayagraj Kumbh-2019) अब तक के सबसे भव्य एवं सफल आयोजन के साथ ही तीन-तीन विश्व कीर्तिमान बनने के साथ सम्पन्न हुआ। इसे यूनेस्को की सराहना भी मिली तथा इसमें भारत एवं विश्व से करोड़ों श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों ने सहभागिता की। गंगा-यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर आयोजित इस मेले में प्रदेश सरकार ने पूरी भव्यता के साथ दिव्यता का संगम दिखाया। प्रदेश सरकार की प्रशासनिक क्षमता व रणनीतिक कौशल को समूचे विश्व में सराहना मिली।
चित्रकूट, अयोध्या, मथुरा का विकास हो रहा है
आस्था के सम्मान के अन्तर्गत ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र एवं विश्वनाथ नगरी वाराणसी में ’काशी विश्वनाथ धाम काॅरिडोर’ का विकास भी प्रदेश सरकार करा रही है। उत्तर प्रदेश में धार्मिक महत्व के अनेक सर्किट का विकास एवं सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है। रामायण सर्किट के अन्तर्गत चित्रकूट, अयोध्या एवं श्रृंग्वेरपुर में पर्यटन सुविधाओं का विकास एवं उन्नयन कराया जा रहा है। मथुरा एवं बृज क्षेत्र में बृज तीर्थक्षेत्र विकास परिषद की स्थापना की गई है। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े प्रमुख स्थलों का विकास प्रदेश सरकार प्राथमिकता से करा रही है।
रोपवे का संचालन प्रारम्भ हो चुका है
चित्रकूट धाम में अष्टभुजा तथा विध्यांचल (मिर्जापुर) में कालीखोह में रोपवे का संचालन प्रारम्भ हो चुका है। जबकि बरसाना, मथुरा में रोपवे का निर्माण प्रगति पर है। इनसे पर्यटन सुविधाओं की वृद्धि हुई है। तीर्थयात्रियों को भी सहूलियत हो रही है। नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, विंध्यतीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, शुक्रधाम तीर्थ विकास परिषद, चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद तथा देवीपाटन तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से प्रदेश सरकार सम्बन्धित क्षेत्रों में धार्मिक एवं पर्यटन के विकास संबंधी कार्य करा रही है।
महाभारत सर्किट से मिल रहा बल
योगी सरकार उत्तर प्रदेश में पर्यटन की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एवं पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश को देश व विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए अवस्थापना सुविधाओं एवं अन्य सुविधाओं की स्थापना पर जोर दे रही है। महाभारत सर्किट के अन्तर्गत महाभारत से जुड़े स्थलों का विकास किया जा रहा है। जैन एवं सूफी सर्किट के अन्तर्गत आगरा एवं फतेहपुर सीकरी में पर्यटन सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
गोरखपुर बन रहा पर्यटन का केंद्र
गोरखपुर के रामगढ़ताल में वाटर स्पोर्ट्स, चन्दौली में देवदरी व राजदरी वाटरफॉल स्थलों का विकास कराया जा रहा है। विभिन्न महोत्सवों के माध्यम से स्थान विशेष की विशेषताओं से लोगों को जोड़ा जा रहा है। उत्तर प्रदेश ट्रेवलमार्ट (लखनऊ), इण्डिया ट्रैवल मार्ट (नई दिल्ली), आम महोत्सव, गोरखपुर महोत्सव आदि का आयोजन समय-समय पर किया जा रहा है। चौरी-चैरा शताब्दी महोत्सव के आयोजन से देश की स्वतंत्रता के वीरों एवं शहीदों के प्रति श्रद्धा एवं कृतज्ञता प्रकट की जा रही है।
मगहर को मिला सम्मान
संस्कृति को सम्मान प्रदान करने हेतु प्रदेश की वर्तमान सरकार मगहर में संत कबीर अकादमी की स्थापना कर रही है। जहां कबीर से जुड़े काव्य पर शोध व अध्ययन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। गोरखपुर में 5000 की दर्शक क्षमता के प्रेक्षागृह एवं खुले मंच की स्थापना के माध्यम से क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कलाकारों को मंच प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है।
कलाकारों को 2 हजार रुपये की मदद
प्रदेश सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रियों की अनुदान राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रूपये प्रतियात्री कर दी है। वहीं सिंधु दर्शन अनुदान 20 हजार रुपये प्रतियात्री निर्धारित किया गया है। प्रदेश सरकार 60 वर्ष से अधिक उम्र के 321 वृद्ध एवं विपन्न कलाकारों को 2000 रुपये प्रतिमाह पेंशन भी प्रदान कर रही है। जिससे उन्हें जीवन के इस महत्वपूर्ण समय में सहायता मिल रही है।
हर विधानसभा क्षेत्र में एक स्थल बनेगा
उत्तर प्रदेश की प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक-एक पर्यटन केन्द्र का विकास मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्द्धन योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पर्यटन संभावनाओं एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए हेरिटेज सर्किट, स्पिरिचुअल सर्किट, बुन्देलखण्ड सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, ईको सर्किट का भी चिन्हांकन किया है। इनके विकास के कार्य कराये जा रहे हैं।
हर लिहाज से खास है
योगी आदित्यनाथ सरकार की विकास परक योजनाओं से प्रदेश के धार्मिक स्थलों का विकास हो रहा है। इनसे तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिल रही है। साथ ही इनसे प्रदेश की पर्यटन संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। यह योजनाएं स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार का साधन भी बढ़ा रही है। उत्तर प्रदेश के चहुमुंखी विकास के क्रम में प्रदेश सरकार के यह कदम सराहनीय है।