Gorakhpur News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जनपद गोरखपुर में गीडा के सेक्टर-26 में ज्ञान डेयरी की दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद परियोजना का लोकार्पण किया। 20067 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में विस्तृत इस परियोजना की लागत 114 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को शारदीय नवरात्रि की बधाई देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि में सीपी मिल्क एण्ड फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के रूप में ज्ञान डेयरी का यह डेयरी प्लाण्ट सौगात के रूप में प्राप्त हो रहा है। इस प्लाण्ट में प्रतिदिन 05 लाख लीटर दूध की आवश्यकता होगी। इससे 01 लाख पशुपालक परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का लाभ प्राप्त होगा। इससे प्रत्यक्ष रूप सें 300 लोगों को नौकरी मिलेगी। 1500 अन्य लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ेंगे। कृषि प्रधान भारत देश में अन्नदाता किसानों की आय बढ़ाने में दुग्ध उद्योग महत्वपूर्ण है। यह डेयरी प्लाण्ट किसानों/ पशुपालकों की आय बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा।
सीएम ने कहा कि इस गीडा क्षेत्र में विगत कुछ समय से निवेश की बौछार आयी है। गैलेण्ट, अंकुर, वरुण वेबरेज, तत्वा प्लास्टिक, केयॉन डिस्टलरी आदि विभिन्न उद्योग लगे हैं। यह सारे निवेश रोजगार एवं आर्थिक विकास के नये अवसर लेकर आये हैं। पहले यह क्षेत्र बंजर था। आज यहां नये-नये उद्योग लग रहे हैं। युवाओं को रोजगार तथा महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनने के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। विकास की प्रक्रिया से जुड़कर हम उत्तर प्रदेश को बड़े विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। यह डेयरी उद्योग उसके प्रतीक के रूप में आज सबके सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 06 वर्ष पहले कोई भी निवेशक यहां निवेश को तैयार नहीं था। प्रदेश सरकार ने विगत 06 वर्षों में अच्छी कानून व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के लिए जरूरी रिफॉर्म किये हैं। निवेश की प्रक्रिया को सरल बनाया है। उद्यमियों को राज्य में निवेश के लिए आकर्षित किया है। प्रदेश को यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 से 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इन निवेश प्रस्तावों से 01 करोड़ 10 लाख नौजवानों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जोड़कर, तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जा रहा है। प्रदेश का युवा पहले नौकरी के लिए मुम्बई, कोलकाता, बेंगलुरू आदि शहरों में जाता था। अब उसे प्रदेश में ही रोजगार के साथ जोड़ा जा रहा है। यहां का नौजवान विकास के साथ जुड़कर अपनी ऊर्जा व प्रतिभा का उपयोग करेगा, तो उत्तर प्रदेश को अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से कोई रोक नहीं सकता। प्रदेश यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि नौकरी की गारण्टी सबको मिलनी चाहिए। लेकिन इसके पहले युवाओं को कार्यकुशल एवं तकनीकी रूप से दक्ष बनाना महत्वपूर्ण है। यहां की इण्डस्ट्री की जरूरतों के अनुसार आईटीआई, पॉलिटेक्निक, डिग्री कॉलेज में नये कोर्स से युवाओं को जोड़ने के प्रयास को आगे बढ़ाना चाहिए। सरकारी योजनाओं को भी इससे जुड़कर आगे बढ़ना होगा। इससे योजनाएं सफल होंगी। नौजवान रोजगार से जुड़ेंगे तो परिवार, समाज और राष्ट्र समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर होगा। यहां जो डेयरी प्लाण्ट लग रहा है, उसके लिए अच्छी नस्ल की गाय और भैंस की जरूरत होगी। दूध का पैसा, उसमें फैट की मात्रा के हिसाब से मिलता है। इसलिए यह सुनिश्चित करना होगा कि यह दूध अच्छी क्वालिटी का हो। इस दूध से विभिन्न प्रोडक्ट बनेंगे, जिससे 01 लाख परिवार प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ेंगे। इसके साथ-साथ गाय, भैंस के लिए जरूरी पौष्टिक आहार के लिए किसानों के फसल अवशेष, भूसा, गन्ना, सरसों आदि की भी बिक्री होगी और उन्हें उचित दाम प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको विकास के प्रति सकारात्मक बनना होगा। विकास में बाधक न बनकर, बाधक बनने वालों से सावधान रहना होगा। उद्योगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार सुरक्षा एवं इनसेन्टिव दे रही है, जिससे निवेशक निवेश कर रहे हैं। नौजवानों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सहजनवां क्षेत्र में विकास हो रहा है। आज गोरखपुर में निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट तेजी से हो रहा है। गीडा क्षेत्र का लगातार विस्तार हो रहा है। आज इसका विस्तार धुरियापार तक हो गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे संचालित है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। इनसे लगे क्षेत्रों में जब उद्योगों का विकास होगा तो रोजगार की विभिन्न सम्भावनाओं का जन्म होगा। उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन को भी मुस्तैद रहना होगा। प्रशासन ध्यान दे कि उद्यमियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इण्डस्ट्री के अनुसार युवाओं के स्किल डेवलपमेण्ट पर ध्यान देना होगा। औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं जैसे-स्वच्छ पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था पर भी ध्यान देना चाहिए। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने डेयरी उद्योग से जुड़ी 05 महिलाओं को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, ज्ञान डेयरी के पदाधिकारी एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि इस परियोजना से पूर्वी उत्तर प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि एवं पशुपालकों में समृद्धि आएगी। गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल में इस परियोजना के तहत दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया जायेगा। जनपद गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में 5000 दुग्ध कलेक्शन सेण्टर की स्थापना होगी। 1800 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। इस परियोजना में प्रतिदिन 5 लाख लीटर दूध की खपत की जाएगी। इसमें से 03 लाख लीटर दूध की पैकेजिंग की जाएगी और 02 लाख लीटर दूध से विभिन्न दुग्ध उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इसके लिए 01 लाख किसानों/ पशुपालकों से दुग्ध आपूर्ति हेतु अनुबन्ध किया जाएगा।