New Delhi : महत्वपूर्ण बरामदगी के अपने क्रम को जारी रखते हुए, राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने एक आयातित खेप से 52 किलोग्राम कोकीन बरामद किया है। जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार में 500 करोड़ रुपये से अधिक है।
आंकड़ों की गहन छानबीन और जमीनी स्तर पर निगरानी के आधार पर डीआरआई द्वारा खुफिया जानकारी का पता लगाया गया था कि ईरान से आयात की जा रही कुछ खेपों में मादक दवाओं के होने की संभावना थी। मादक दवाओं पर रोक लगाने के लिए, डीआरआई ने “ऑपरेशन नमकीन” शुरू किया था। इनपुट के आधार पर एक खेप, जिसमें 25 मीट्रिक टन के कुल वजन वाले सामान्य नमक के 1,000 बैग होने की बात कही गई थी, और जिसे ईरान से मुंद्रा बंदरगाह के जरिये आयात किया गया था, की विस्तृत जांच के लिए पहचान की गई।
52 किलो कोकीन मिली
उक्त जानकारी के आधार पर 24 से 26 मई 2022 के बीच लगातार तीन दिन तक खेप की जांच की गई। जांच के दौरान, कुछ बैग संदिग्ध पाए गए, क्योंकि इन बैगों में पाउडर के रूप में एक विशिष्ट गंध वाला पदार्थ पाया गया था। उन संदिग्ध बैगों से नमूने लिए गए और इनका गुजरात सरकार के फोरेंसिक साइंस निदेशालय के अधिकारियों ने परीक्षण किया। परीक्षण ने इन नमूनों में कोकीन की उपस्थिति की पुष्टि की। डीआरआई ने अब तक 52 किलो कोकीन बरामद किया है।
कार्रवाई जारी है
एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के प्रावधानों के तहत जांच और जब्ती की कार्रवाई जारी है। उक्त आयात खेप में शामिल विभिन्न व्यक्तियों की भूमिका की भी डीआरआई जांच कर रही है। देश भर में अपने कार्रवाईयों के दौरान डीआरआई ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 321 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी। जिसकी अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार में कीमत 3,200 करोड़ रुपये से अधिक है।
ये बरामदगी हुई है
पिछले एक महीने में, डीआरआई ने कुछ महत्वपूर्ण मामले दर्ज किए हैं, जिनमें कांडला बंदरगाह पर जिप्सम पाउडर के एक व्यवसायिक आयात खेप से 205 किलोग्राम हेरोइन, पिपावाव बंदरगाह पर यार्न के साथ 395 किलोग्राम हेरोइन ,आईजीआई नई दिल्ली के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स से 62 किलोग्राम हेरोइन और लक्षद्वीप द्वीप समूह के तट से 218 किलोग्राम हेरोइन (भारतीय तटरक्षक बल के साथ एक संयुक्त अभियान में) की बरामदगी शामिल है। इसके अलावा, एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स, आईजीआई नई दिल्ली से 61.5 किलोग्राम सोना जब्त किया गया है, जिसमें धातु के नल के त्रिकोण वाल्वों में उच्च शुद्धता वाले सोने को छुपाने के एक नया तरीका इस्तेमाल किया गया था।
प्रतिबद्ध है
प्रभावी ढंग से पता लगाने और इस तरह की बरामदगी की डीआरआई की क्षमता भारत की आर्थिक सीमाओं से समझौता करने का प्रयास करने वालों पर रोक लगाने का कार्य करती है। डीआरआई ऐसे अपराधों के अपराधियों के खिलाफ अपनी अथक कार्रवाई जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।