Deoria News : बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए जिले के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स के 161 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स – सीएचओ (Community Health Officers) जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में देवरहवा बाबा मेडिकल कॉलेज (Devraha Baba Medical College Deoria) सभागार में प्रशिक्षित किये गये।
सीएचओ को स्थानीय स्तर पर प्राथमिक प्रबंधन, नवजात शिशुओं में खतरे के संभावित लक्षणों की पहचान, रेफर करने की प्रक्रिया, उच्च जोखिम वाले प्रसव की पहचान, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की जानकारी के अलावा जन्म के समय नवजात शिशुओं को त्वरित देखभाल, बच्चे की सांसों का चलना, रक्त संचार, एचडब्ल्यूसी एनसीडी, टेलीमेडिसिन, टीबी, वीडीएमएस सहित कई अन्य मुद्दों से सम्बन्धित जानकारी दी गई।
इस मौके पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से दिन प्रतिदिन सीएचओ की नियुक्ति कर लगातार सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि गांव के लोगों को स्थानीय स्तर पर प्राथमिक उपचार मिल सके। जिन स्थानों पर चिकित्सकों की उपलब्धता नहीं है, वहाँ सीएचओ ई-संजीवनी के माध्यम से लोगों को चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध करा रहे हैं। कई स्वास्थ्य उपकेंद्रों का संचालन प्रशिक्षित सीएचओ के माध्यम से किया जा रहा।
जिलाधिकारी ने कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों से संवाद भी किया और उन्हें जनहित में और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि सीएचओ अपनी तैनाती स्थल के 8 किलोमीटर के दायरे में निवास करें और लोगों में स्वस्थ जीवनशैली विकसित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। प्रत्येक सीएचओ को अपने स्वास्थ्य उपकेंद्र क्षेत्र के आबादी की डेमोग्राफिक एवं हेल्थ प्रोफाइल की जानकारी होनी चाहिए। अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से किसी भी प्रकार की बीमारियों को गंभीर होने से बचाएं और बेहतर बदलाव लाएं।
सीएमओ डॉ. राजेश झा ने कहा कि सुरक्षित प्रसव के साथ-साथ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में सीएचओ की भूमिका अहम होती हैं। ज़िले में 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ग़ैर संचारी रोगों की जांच और उपचार की सुविधा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर उपलब्ध है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिले के क्रियाशील सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती सहित सभी तरह के लोगों को उचित परामर्श एवं इलाज़ में भी सीएचओ को भूमिका महत्वपूर्ण है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीबी बीमारी की जांच और उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा रही हैं। वहीं गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उचित सलाह की भी जिम्मेदारी इन्हीं की है।
कार्यक्रम में देवराहा बाबा मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. राजेश बरनवाल, एसीएमओ डॉ. सुरेंद्र सिंह, डीपीएम पूनम, अर्बन नोडल अधिकारी डॉ. आरपी यादव, डीसीपीएम राजेश गुप्ता, जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता विश्वनाथ मल्ल और हेमनारायण पांडेय प्रमुख तौर मौजूद रहे।
बेहतर कार्य की मिली सीख
हेल्थ एण्ड वेलनेस सलेमपुर की सीएचओ अनीता ने बताया कि प्रशिक्षण में मरीजों को बेहतर सेवा देने की जानकारी मिली। अपने कार्य स्थल की प्रोफ़ाइल की जानकारी लेने के साथ जीवनशैली विकसित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी जानकारी दी गई।