Deoria news : देवरिया जिले की ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण के नाम पर गबन के मामले सामने आ रहे हैं। जनपद की ग्राम पंचायत में शौचालय बनाने के नाम पर गबन और धन बंदरबांट करने की तमाम शिकायतें जिलाधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी को मिल रही हैं। ऐसे ही एक मामले में पूर्व प्रधान और सेक्रेटरी से वसूली की जाएगी।
बराबर वसूली होगी
जानकारी के मुताबिक जनपद के रामपुर कारखाना ब्लॉक के एक गांव में 21 शौचालय बनाने के नाम पर धन का गबन किया गया है। एक टीम ने इसकी जांच की है। अब प्रशासन पूर्व प्रधान और सेक्रेटरी से गबन की रकम का 50 – 50 फीसदी वसूलने की तैयारी में है।
शिकायत पर टीम गठित की
रामपुर कारखाना ब्लॉक के केसरपुर गांव के रहने वाले वसीम खान ने इसी साल 25 अप्रैल को शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराने के नाम पर पूर्व प्रधान और सचिव ने मिलकर धन का बंदरबांट किया। उनकी शिकायत पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने सहायक विकास अधिकारी पंचायत रामपुर कारखाना और खंड प्रेरक स्वच्छ भारत मिशन की एक जांच कमेटी गठित की।
जांच में ये मिला
इस टीम ने जून 2022 में गांव का दौरा कर शिकायत की जांच की। शिकायतकर्ता निवासी वसीम खान ने 61 लोगों की सूची दी थी। जांच में उनका आरोप सही मिला। 61 लाभार्थियों की सूची में 3 नाम दो बार मिले, जबकि 4 नाम गांव के ही नहीं मिले। बाकी बचे 54 लाभार्थियों में से सिर्फ 32 शौचालय पूर्ण मिले। 1 शौचालय शौचालय बनने के बाद ध्वस्त कर दिया गया था।
2.52 लाख का गबन किया
इस तरह ग्राम प्रधान और सचिव ने 21 शौचालय के लिए प्रति शौचालय 12000 की दर से कुल 2.52 लाख लाख रुपए की निकासी की। टीम ने तत्कालीन प्रधान नियाजुद्दीन और सचिव संजीव त्रिपाठी को गबन का दोषी पाया। पंचायत राज अधिकारी ने दोनों से इस धनराशि का बराबर – बराबर वसूल करने का आदेश दिया है।