Deoria News : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तथा सिविल जज (जेडी) ने राजकीय बाल गृह एवं पाथ वात्सल्य खुला आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार ने निर्देशित किया कि परिसर को निरंतर स्वच्छ रखा जाये तथा बच्चों के खेलने की समुचित व्यवस्था की जाये। जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। इसके साथ ही बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम को भी रखा जाये, जिससे बच्चे शारीरिक रूप से मजबूत रहें।
पौष्टिक भोजन मिले
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कांत धर दूबे ने बच्चों की समस्याओं को दूर करने के लिए कठोर निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के सुरक्षा व देख-भाल में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान ने भोजन के लिए खाद्य सूची का निरीक्षण किया तथा भोजन में पौष्टिक आहार के साथ-साथ मेन्यू के अनुसार ही भोजन दिये जाने का निर्देश दिया।
दिए ये निर्देश
उन्होंने कहा कि राजकीय बालगृह देवरिया में कुल 23 बच्चे तथा पाथ वात्सल्य खुला आश्रय में कुल 12 बच्चे वर्तमान में उपस्थित पाये गये। सिविल जज (जेडी) स्वर्ण माला सिंह ने बच्चों के अध्ययन का निरीक्षण किया और उनके पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।
ये रहे मौजूद
इस निरीक्षण में मुख्य रूप से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कांत धर दूबे, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान, सिविल जज (जेडी) स्वर्ण माला सिंह, जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर, बाल संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी, राजकीय बाल गृह देवरिया के अधीक्षक यशोदानंद तिवारी, पाथ वात्सल्य एवं खुला आश्रय गृह समन्वयक अमित कुमार चौबे व अन्य सम्बन्धित कर्मचारी उपस्थित रहे।