Deoria News : गोरखपुर एंटी करप्शन टीम ने देवरिया में बिजली विभाग में तैनात कार्यकारी सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इसके बाद टीम ने कर्मचारी उग्रसेन सिंह के खिलाफ बरहज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
आरोप है कि बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय बरहज में तैनात कार्यकारी सहायक उग्रसेन अप्रेंटिस पूरा करने वाले एक अभ्यर्थी से प्रमाण पत्र व स्टाइपेंड देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था।
अप्रेंटिस पूरी हो गई थी
गौरीबाजार थाना (Gauri Bazar Thana) क्षेत्र के जोगम गांव निवासी अखिलेश कुमार निषाद ने इस मामले में गोरखपुर एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि वह आईटीआई करने के बाद अधिशासी अभियंता कार्यालय में 1 साल से अप्रेंटिस कर रहे थे। बीते जून में उनकी अप्रेंटिसशिप पूरी हो गई। लेकिन उन्हें प्रमाण पत्र और स्टाइपेंड नहीं मिल रहा था।
टीम के साथ पहुंचे
उन्होंने शिकायत में कहा था कि गोरखपुर के खोराबार थाना क्षेत्र के दोहिया गांव का रहने वाला कर्मचारी उग्रसेन सिंह इसके लिए 5000 रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा था। इस पर एक्शन लेते हुए शुक्रवार की शाम को एंटी करप्शन गोरखपुर के प्रभारी निरीक्षक शिव मनोहर यादव अपनी टीम के साथ बरहज पहुंचे। पहले से योजना बनाई गई थी। उसके मुताबिक जैसे ही अखिलेश ने उग्रसेन को रिश्वत की रकम दी, उग्रसेन को गिरफ्तार कर लिया गया।
मुकदमा दर्ज कराया गया है
बरहज के थाना प्रभारी जयशंकर मिश्र ने बताया कि एंटी करप्शन टीम ने बिजली विभाग के कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। उसे फिलहाल गिरफ्तार किया गया है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
लेखपाल को पकड़ा था
बताते चलें कि एंटी करप्शन टीम ने 30 अगस्त को भी बरहज में एक लेखपाल अशोक पांडे को ₹5000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। बाद में जिलाधिकारी ने आरोपी लेखपाल को सस्पेंड कर दिया था।