Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में सोमवार को सीएमओ कार्यालय स्थित धनवंतरी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किये जाने के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुरूप नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि 1 नवंबर से समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक अटेंडेंस होगा। नवंबर माह का वेतन बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही आहरित होगा। यदि किसी सीएचसी या पीएचसी में बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन खराब मिली, तो केंद्र प्रभारी का उत्तरदायित्व तय किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने डेंगू एवं मच्छर जनित अन्य बीमारियों के दृष्टिगत संचारी रोग नियंत्रण अभियान को पूरे नवंबर माह चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान से जुड़े समस्त विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए माइक्रोप्लान बनाएं।
डीएम ने समस्त एमओआईसी (MOIC) को अपने-अपने क्षेत्रों के संदिग्ध झोलाछाप डॉक्टरों की सूची 15 नवंबर तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनाने की गति तेज करने का निर्देश दिया। जनपद में अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष 32.8 प्रतिशत लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीबों को सूचीबद्ध रोग होने की दशा में 5 लाख रुपये तक का ईलाज मुफ्त मिलेगा। जिलाधिकारी ने जनपद में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने का निर्देश दिया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉ राजेश झा, सीएमएस डॉ एएन वर्मा, सीएमएस (महिला) डॉ अल्पना रानी, एसीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ बीपी सिंह, डॉ संजय चंद, डॉ राजेश, डीपीओ कृष्णकांत राय, सीवीओ डॉ पीएन सिंह, बीएसए हरिश्चंद्र नाथ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि डॉ गुलजार त्यागी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।