-देश के महान सपूत थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी – सांसद
-देश की अखंडता के लिये मुखर्जी ने दी प्राणों की आहुति
Deoria News : देश के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Syama Prasad Mukherjee) का जीवन विद्या, वित्त और विकास इन चिंतन से जुड़ी धाराओं का संगम था। खंडित भारत की अखंडता के लिए लड़ते हुए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।
उक्त बातें महान राष्ट्रवादी, प्रखर वक्ता, जनसंघ के संस्थापक सदस्य, भाजपा के प्रेरणापुंज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा की तरफ से जिला पंचायत सभागार में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये बतौर मुख्य वक्ता सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी (Dr Ramapati Ram Tripathi) ने कही।
दिशा देने में बहुत अहम रहे – सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी
सांसद ने कहा कि देश के पहले उद्योग मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की नीतियां, उनके निर्णय, उनके संकल्प, उनके संकल्पों की सिद्धि, स्वतंत्र भारत को दिशा देने में बहुत अहम रहे। आज देश उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है।
उनके बताए रास्ते पर चलें – राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम
राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा कि आज हम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि यही दे सकते हैं कि हम उनके बताए रास्ते पर चलें, देश की मजबूती के लिए काम करें।
बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे – शलभ मणि त्रिपाठी
विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को काल ने 1953 में आज ही के दिन हमसे छीन लिया था। हम सभी ये भी जानते हैं कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बहुत ही बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे और उनकी प्रतिभा से हम सभी लोग भली-भांति परिचित हैं।
इन्होंने संबोधित किया
अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश तिवारी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी का संचालन कार्यक्रम संयोजक अरुण सिंह और सह संयोजक रामाज्ञा चौहान ने संयुक्त रूप से किया। संगोष्ठी को जिलाध्यक्ष अन्तर्यामी सिंह, पूर्व जिला महामंत्री निशिरंजन तिवारी, जिला मंत्री हेमन्त मिश्रा, पूर्वांचल विकास बोर्ड सदस्य राजकुमार शाही, विजेन्द्र कुशवाहा ने भी सम्बोधित किया।
ये रहे मौजूद
संगोष्ठी में पूर्व विधायक काली प्रसाद, गंगा कुशवाहा, अजय कुमार दूबे, संजय सिंह एडवोकेट, संतोष त्रिगुणायक, श्रीनिवास मणि, प्रमोद शाही, निर्मला गौतम, शिवकुमार राजभर, अम्बिकेश पाण्डेय, राजेश मिश्र, सुधीर श्रीवास्तव, तेजबहादुर पाल, मारकंडेय गिरी, भूपेन्द्र सिंह, रामदास मिश्रा, प्रेम अग्रवाल, एडवोकेट अमित कुमार दूबे, राधेश्याम शुक्ला, पूनम शर्मा, मधु जायसवाल, राजन सोनकर, यशवंत शाही, नित्यानंद पाण्डेय, नवीन सिंह, प्रवीण निखर, प्रवीण मल्ल, समसुद्दीन अहमद, संजय पाण्डेय, जितेंन्द्र सिंह, राजेश सिंह सेंगर, सर्वेश त्रिपाठी, अंगद तिवारी, रामाशीष प्रसाद आदि उपस्थित रहे।