Uttar Pradesh : बीते दिन डीबीटी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में सुधार के लिए सरकार के प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों से बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के सम्बन्ध में नजरिया बदला है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बेसिक शिक्षा के स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 1 करोड़ 30 लाख से बढ़कर 1 करोड़ 81 लाख पहुंच गयी।
यह बेसिक शिक्षा परिषद के उन्नयन एवं प्रगति को दर्शाता है। वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय अलग दिखते हैं। तकनीक का प्रयोग और अन्तर्विभागीय समन्वय बेसिक शिक्षा परिषद में उन्नयन का माध्यम बना है। दीपावली पर गोरखपुर के वनटांगिया गांव की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब वहां बेसिक शिक्षा परिषद का स्मार्ट क्लास युक्त अच्छा विद्यालय बन गया है। इससे विद्यार्थी भी स्मार्ट हो रहे हैं।
विकास खण्डों के लिए मॉडल बन सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट में इण्डियन ऑयल की मदद से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनी है। यह सुविधाएं बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में उपयोगी सहायक होंगी। औद्योगिक विकास, एमएसएमई जैसे विभागों, जिनकी विभिन्न जनपदों में बड़ी परियोजनाएं कार्यशील रहती हैं, उनके द्वारा जनपद के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सीएसआर के माध्यम से स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करायी जानी चाहिए। वाराणसी में सेवापुरी विकास खण्ड में कन्वर्जेंस के माध्यम से बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। यह अन्य विकास खण्डों के लिए मॉडल बन सकता है।
बेसिक शिक्षा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। भारत सरकार की स्कूली शिक्षा की ग्रेडिंग में वर्ष 2017-18 में 5वें पायदान से वर्तमान में प्रदेश पहले पायदान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आज बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस, स्वेटर, बैग व जूता-मोजा क्रय के लिए प्रति छात्र-छात्रा को 1,100 रुपए की धनराशि, उनके माता-पिता, अभिभावक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अन्तरण प्रक्रिया का शुभारम्भ किया जा रहा है। आज का दिन बेसिक शिक्षा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
सुधार के लिए कृतसंकल्पित है
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने कहा कि राज्य सरकार बेसिक शिक्षा में समग्र सुधार के लिए कृतसंकल्प है। प्रदेश में बेसिक शिक्षा में 1 लाख 20 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति से बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा में विद्यार्थियों को यूनीफॉर्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा, स्वेटर आदि क्रय कर उपलब्ध कराने के स्थान पर 1,100 रुपये की धनराशि माता-पिता, अभिभावक के बैंक खातों में अन्तरित करने का निर्णय लिया है। इससे वह अपनी संतुष्टि के अनुसार इन वस्तुओं का क्रय कर सकें।
1100 रुपये जारी
प्रमुख सचिव ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 1.65 करोड़ विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनके उपयोग के लिए 300 रुपये प्रति सेट की दर से 2 यूनीफॉर्म के लिए 600 रुपये, स्वेटर के लिए 200 रुपये, जूता-मोजा के लिए 125 रुपये, स्कूल बैग के लिए 175 रुपये सहित कुल 1,100 रुपये की धनराशि बैंक खाते में अन्तरित की जा रही है।
15 लाख छात्रों के लिए राशि जारी
प्रदेश के सहायता प्राप्त प्राथमिक, पूर्व प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा-1 से 8 तक लगभग 15 लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनके लिए 300 रुपये प्रति सेट की दर से 2 सेट यूनीफॉर्म के लिए 600 रुपये, स्कूल बैग के लिए 175 रुपये सहित कुल 775 रुपये की धनराशि बैंक खाते में भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के सम्बन्ध में जागरूकता के लिए विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रचार-प्रसार की व्यापक कार्यवाही की जा रही है।