Uttar Pradesh : गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (DM Suhas LY IAS) देश के पहले ऐसे आईएएस अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें अर्जुन अवार्ड (Arjuna Awards) दिया जाएगा। 13 नवंबर को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम में सभी खिलाड़ियों और एथलीट्स को पुरस्कृत किया जाएगा। इससे पहले डीएम सुहास एलवाई टोक्यो पैरालंपिक्स में शानदार प्रदर्शन कर सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच चुके हैं। वह देश के पहले आईएस है, जिन्होंने यह मेडल जीता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Suhas LY IAS) को खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए साल 2021 का अर्जुन अवॉर्ड मिलने पर हार्दिक बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी के गुरुतर दायित्व का निर्वाह करते हुए अपने चुने हुए खेल (पैरा बैडमिण्टन) में सफलता हासिल करना सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इससे प्रदेश का गौरव बढ़ा है।
13 नवंबर को होगा कार्यक्रम
13 नवंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाएंगे। भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने इसकी घोषणा कर दी है। बड़ी बात यह है कि टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स), रवि कुमार (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी) और श्रीजेश पी.आर. (हॉकी) सहित 12 खिलाड़ियों को इस बार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।
12 खिलाड़ियों को मिलेगा पुरस्कार
राजधानी नई दिल्ली में 13 नवंबर को एक कार्यक्रम में इन सभी 12 खिलाड़ियों को या पुरस्कार वितरित किया जाएगा। थोड़ी देर पहले ही भारत सरकार की तरफ से इस बारे में जानकारी सार्वजनिक की गई है। बता दें कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2020 के विजेताओं को सोमवार को ट्राफी सौंपी। क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल पुरस्कार समारोह का ऑनलाइन आयोजन किया गया था। विजेता महामारी के कारण अपनी ट्राफी और प्रशस्ति पत्र नहीं ले पाए थे।
पिछले साल हुआ था ऑनलाइन
खेल मंत्रालय ने पिछले साल 29 अगस्त 2020 को 74 राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए थे। इसमें पांच राजीव गांधी खेल रत्न (अब नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न किया गया) और 27 अर्जुन पुरस्कार शामिल थे। सोमवार को समारोह में हिस्सा लेने वाले पुरस्कार विजेताओं में महिला हाकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, स्टार पहलवान विनेश फोगाट और 2016 पैरालिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु आदि शामिल थे। इन्हें प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार दिया गया। मगर इस साल कोरोना वायरस का असर कम है। इसलिए कार्यक्रम का आयोजन कर पुरस्कार दिए जाएंगे।