-आपातकाल की बरसी को भाजपा ने काला दिवस के रूप में मनाया
-आपातकाल के लिये देश कभी नहीं करेगा कांग्रेस को माफ- सांसद रमापति
-कांग्रेस के आपातकाल का कभी नहीं धुलेगा पाप
-सत्ता के लिये कांग्रेस ने लगाया आपातकाल
Deoria News : आपातकाल की बरसी को भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party, Deoria) ने औरा चौरी कार्यालय पर संगोष्ठी का आयोजन और लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को माला पहना कर, अंग वस्त्र दे सम्मानित कर काला दिवस के रूप में मनाया।
लोकतंत्र का गला घोंटने का कुत्सित प्रयास किया था : सांसद
बतौर मुख्य अतिथि संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी (Dr Ramapati Ram Tripathi) ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1975 में परिवारवादी संगठन कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोप कर भारत के गौरवशाली लोकतंत्र का गला घोंटने का कुत्सित प्रयास किया था। आपातकाल की कठोर यंत्रणाओं को सहन कर देश में लोकतंत्र बहाली के लिए संघर्ष करने वाले सभी लोकतंत्र सेनानियों को कोटिशः नमन करता हूं।
उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे काले अध्याय आपातकाल के लिये देश कभी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा। आपातकाल के दौरान कांग्रेस को छोड़ सारे विपक्षी दलों के नेताओं और सभी सामाजिक लोगों को जेल भेज दिया गया। तरह-तरह की जेल में यातनाएं दी गयी। मीडिया की स्वतंत्रता पर पाबंदी लगा दिया गया। आपातकाल कांग्रेस का वह कुत्सित कृत्य था, जिसके लिये उसे देश कभी माफ नहीं करेगा।
पाप कभी धूल नहीं पायेगा : कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Surya Pratap Shahi) ने कहा कि अपने कुर्सी के स्वार्थ के लिये कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाया। आपातकाल लगाकर देश के लोकतंत्र को जेल के शिकंजे में कसने का जो काम कांग्रेस ने किया, उसका वह पाप कभी धूल नहीं पायेगा।
कांग्रेस किसी भी हद को पार कर सकती है : सांसद सलेमपुर रविन्द्र कुशवाहा
सांसद सलेमपुर रविन्द्र कुशवाहा ने कहा कि देश पर जबरदस्ती आपातकाल थोप कर लोगों को तरह-तरह से प्रताड़ित करने का कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य सत्ता था। देश में आपातकाल यह दिखाता है कि सत्ता के स्वार्थ के लिये कांग्रेस किसी भी हद को पार कर सकती है।
आजादी को आपातकाल लगा कर छिनने का प्रयास किया : रणजीत राय
भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत राय बड़े ने कहा कि आपातकाल देश के लिये वह काला दिन है, जिस दिन विश्व के लिये आदर्श भारत के लोकतंत्र का गला घोटा गया था। देश के लोगों की हर प्रकार की आजादी को आपातकाल लगा कर छिनने का प्रयास कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने किया था। संगोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष अन्तर्यामी सिंह तथा संचालन संयोजक अजय कुमार दूबे ने किया।
लिया हिस्सा
संगोष्ठी में पूर्व जिलाध्यक्ष अनिरुद्ध मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष महेन्द्र यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष मारकंडेय शाही, विष्णु गोयल, रमजान अली, निशिरंजन तिवारी, राजकुमार शाही, गंगा कुशवाहा, संतोष त्रिगुणायक, अरुण सिंह, उषा पासवान, शिवकुमार राजभर, रामाज्ञा चौहान, अभिषेक जायसवाल, राजेन्द्र मल्ल, अम्बिकेश पाण्डेय, राजेश मिश्र, प्रवीण प्रताप मल्ल, कृष्णानाथ राय, सुधांशू रंजन मिश्रा, संजय राव, प्रेम अग्रवाल, अवधेश सिंह, रामशंकर कुशवाहा, वृद्धिचंद विश्वकर्मा, महेंद्र मल्ल, अजय दूबे वत्स, संतोष तिवारी, अरविन्द चौहान, संजय पाण्डेय, बृजेश गुप्ता, जितेंन्द्र सिंह, मुकेश सिंह, राधेश्याम शुक्ला, मुन्नी शर्मा, सीमा जायसवाल, तारा देवी, माया विश्वकर्मा, गंगा शरण पाण्डेय, प्रमोद सिंह सिरसिया और अमित सिंह आदि मौजूद रहे।