Deoria News : जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने आईजीआरएस संदर्भ के निस्तारण में डिफाल्टर प्रकरणों का उत्तरदायित्व तय करते हुए उप खण्ड अधिकारी विद्युत गौरीबाजार, अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण देवरिया, प्रभारी चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देसही देवरिया (पिपरा दौला कदम), अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेमपुर, बाल विकास परियोजना अधिकारी पथरदेवा (भटनी) के जून माह के वेतन आहरण पर रोक लगा दिया है।
उन्होंने कहा कि आईजीआरएस संदर्भों का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। इसमें लापरवाही किसी भी कीमत पर क्षम्य नहीं है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त मुख्यमंत्री जी संदर्भ, सीएम हेल्पलाइन, ऑनलाइन सन्दर्भ, मंडलायुक्त संदर्भ, पीजी पोर्टल भारत सरकार एवं संपूर्ण समाधान दिवस तथा जिलाधिकारी जन सुनावाई में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण समीक्षा में यह तथ्य सामने आया कि उक्त अधिकारियों द्वारा बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद जन समस्याओं के निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है।
उन्होंने बताया कि उप खण्ड अधिकारी विद्युत गौरीबाजार सुरेन्द्र प्रताप सिंह, अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण देवरिया रामअवध यादव, प्रभारी चिकित्साधिकारी पीएचसी देसही देवरिया (पिपरा दौला कदम) डॉ शुभलाल, अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेमपुर डॉ अतुल कुमार, बाल विकास परियोजना अधिकारी पथरदेवा (भटनी) का एक-एक संदर्भ डिफॉल्टर की श्रेणी में आ चुका है।
जिलाधिकारी ने इन सभी के जून माह के वेतन को अग्रिम आदेश तक बाधित कर दिया है। डीएम ने समस्त अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि जनसुनवाई से जुड़े प्रकरण का निस्तारण संबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ करें। इसमें कोताही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।