लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात का अग्निकांड मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष के साथ साथ नेहा सिंह राठौर ने भी इस घटना को लेकर सरकार को अपने अंदाज में घेरने का काम किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजकर 3 दिन में जवाब मांगा है। वहीं गुरुवार को अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने नेहा को सम्मनित करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही कर रही है। ऐसे में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल उनके ससुराल (अंबेडकर नगर) जाकर उन्हें इस कार्य के लिए सम्मानित करके हौसला अफजाई करेगा।
सम्मान चिन्ह देकर अधिकार सेना करेगी सम्मानित
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सरकार के द्वारा किया गया यह पूरी तरह से अवैधानिक और असंवैधानिक है। वहीं इसे मौजूदा सरकार की घोर जनविरोधी और तानाशाही प्रवृत्ति का एक नमूना बताया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार किसी भी प्रकार के विरोध को कुचलने के लिए पूरी तरह आमादा है। सरकार के सारे काम सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक चश्मे से किए जा रहे हैं। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अधिकार सेना का एक प्रतिनिधिमंडल अम्बेडकरनगर स्थित नेहा सिंह राठौर के ससुराल पीड़ी पकड़िया जाकर उनके परिवार को सम्मान चिन्ह देगा।
इसलिए नेहा सिंह ने गाया गाना
वहीं पुलिस की इस कार्रवाई के बाद नेहा सिंह राठौर ने कहा कि मैंने लोकगायिका के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई। कानपुर कांड पर यूपी पुलिस ने असंवेदनशीलता दिखाई, उसको लेकर मैंने गीत गाया। इसके बाद यूपी पुलिस इतनी एक्टिव हो गई कि पहले मेरे ससुराल गई और मेरे ससुर को नोटिस दिया, उसके बाद वो रातों-रात दिल्ली आई और मुझे नोटिस थमाकर गई है। पता नहीं इस सरकार में मुझे क्रिमिनल टाइप क्यों देखा जा रहा है। अधिकारी जवाब तो दे नहीं पाते लेकिन नोटिस जरूर दे देते हैं।
सपा अध्यक्ष ने इस अंदाज में सरकार पर साधा निशाना
गौरतलब है कि नेहा सिंह राठौर के गाने के बाद यूपी की राजनीति गरमा गई थी। विपक्ष यूपी में का बा 2.0 के माध्यम से सरकार को घेरने का काम करने लगा। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी नेहा के अंदाज में योगी सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “यूपी में का बा, यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा, यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा, यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा, यूपी में कारोबार का बंटाधार बा, यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा, यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा, यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा, यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा”।