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सुविधा : यूपी के एक लाख 21 हजार गांवों में पहली बार पहुंची बिजली, योगी सरकार ने पूरा किया वादा

Uttar Pradesh : सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश में 2723.20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 17 नग 400/200/132/33 केवी पारेषण/वितरण उपकेन्द्रों का वर्चुअली लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

लोकार्पित किये गये पारेषण/वितरण उपकेन्द्रों में जनपद बागपत, बरेली, शाहजहांपुर, प्रतापगढ़, बस्ती, झांसी, फतेहपुर, अयोध्या, बलिया, संतकबीरनगर तथा चित्रकूट की 1986.80 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाएं शामिल हैं। जिन उपकेन्द्रों का शिलान्यास किया गया, उनमें जनपद सिद्धार्थनगर तथा गौतमबुद्ध नगर की 736.40 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाएं शामिल हैं।

कभी बिजली नहीं पहुंच पाई थी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में दुनिया का नेतृत्व करता हुआ दिखाई दे रहा है। हमें इस दिशा में कदम आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री जी द्वारा आजादी के अमृतकाल के लिए ऊर्जा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। विगत 5 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने ऊर्जा के क्षेत्र में लम्बी छलांग लगाई है। प्रदेश के 01 लाख 21 हजार से अधिक गांव और मजरे ऐसे थे, जहां आजादी के बाद कभी बिजली नहीं पहुंच पाई थी।

बड़ा कदम आगे बढ़ाया गया है

उन्होंने कहा कि उन गांवों एवं मजरों तक विद्युतीकरण के कार्य को राज्य सरकार ने विगत 05 वर्षों में पूरा किया है। सौभाग्य योजना के लागू होने के पहले और उसके उपरान्त 01 करोड़ 43 लाख परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य भी इस दौरान प्रदेश सरकार ने सफलतापूर्वक पूरा किया है। प्रदेश में हर घर बिजली के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया गया है।

केवल चार जनपदों को बिजली मिलती थी

सीएम ने कहा कि प्रदेश में विद्युत वितरण के भेदभाव को दूर किया गया है। पहले केवल चार जनपदों को बिजली मिलती थी। शेष 71 जनपद अंधेरे में डूबे रहते थे, लेकिन विगत 05 वर्ष से आज प्रदेश में कोई भी वीआईपी जनपद नहीं है। प्रदेश का प्रत्येक जनपद व गांव वीआईपी होगा और इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में ऊर्जा महोत्सव के कार्यक्रम से जुड़कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है। लोकतंत्र का सबसे मजबूत आधार यही होता है जब बिना भेदभाव जनता को उसकी आवश्यकता के अनुरूप शासन की सुविधाएं प्राप्त हो सकें। पिछले 05 वर्ष के अन्दर प्रदेश में यह कार्य विद्युत विभाग के माध्यम से बखूबी किया जा रहा है।

25 वर्षों की आधारशिला को मजबूत करेगा

उन्होंने कहा कि आज जनपद मुख्यालयों में 23 से 24 घण्टे, तहसील मुख्यालयों में 20 से 22 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रों 16 से 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति के लक्ष्य को प्रदेश में प्राप्त किया गया है। बहुत से लोगों के लिए यह कौतूहल व आश्चर्य का विषय है, लेकिन उत्तर प्रदेश ने इस कार्य को सम्भव बनाया है। अगले 05 वर्षों के लक्ष्य की प्राप्ति की चुनौती हम सबके सामने है। जो शेष मजरे हैं, वहां तक विद्युत की आपूर्ति करना, हर घर तक बिजली पहुंचाना और उनकी आवश्यकता के अनुरूप विद्युत की आपूर्ति करने की दिशा में हमें कदम बढ़ाना है। विद्युत विभाग के सामने अपनी बिलिंग क्षमता तथा कलेक्शन क्षमता को बढ़ाकर प्रदेश के अन्दर आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की चुनौती है, क्योंकि यही हमारे 25 वर्षों की आधारशिला को मजबूत करेगा।

उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करना है

उन्होंने कहा कि बिना विद्युत के कोई भी कार्य सम्भव नहीं है। आने वाले 25 वर्षों में हमें अपनी आवश्यकता के अनुसार विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करना है। आगामी 25 वर्षों की विद्युत उत्पादन तथा विद्युत वितरण की हमारी कार्ययोजना होनी चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता के अनुरूप विद्युत की आपूर्ति किस रूप में सुनिश्चित की जाएगी।

ऊर्जा दैनिक जीवन से घनिष्टता से जुड़ी है

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास में ऊर्जा दैनिक जीवन से घनिष्टता से जुड़ी है। ऊर्जा क्षेत्र की यात्रा मानव के विकास की यात्रा की सहगामी है। प्रधानमंत्री ने पंचामृत की कल्पना की थी, जिसमें पांच शक्तियों में एक शक्ति ऊर्जा को भी स्थान दिया था। यदि देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है, विकास करना है, तो ऊर्जा अति आवश्यक है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य में लगभग 1.43 करोड़ सौभाग्य योजना के कनेक्शन दिये गये, जो देश में सर्वाधिक है।

सभी जिले जुड़े थे

इस अवसर पर ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेन्द्र तोमर, विधायक नीरज बोरा, योगेश शुक्ला तथा अमरेश कुमार, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अवनीश कुमार अवस्थी, उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एम देवराज अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहित प्रशिक्षु इंजीनियर उपस्थित थे। प्रदेश के सभी जनपद कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े थे।

इन उपकेन्द्रों का लोकार्पण किया

पिछले सप्ताह सीएम ने जिन उपकेन्द्रों का लोकार्पण किया, उनमें 220 केवी उपकेन्द्र निरपुड़ा बागपत, 132 केवी उपकेन्द्र मीरगंज जनपद बरेली, 220 केवी उपकेन्द्र अजीजपुर जनपद शाहजहांपुर, 132 केवी उपकेन्द्र बिलोचपुरा जनपद बागपत, 132 केवी उपकेन्द्र मान्धाता जनपद प्रतापगढ़, 400 केवी उपकेन्द्र भौखरी जनपद बस्ती, 220 केवी उपकेन्द्र बबीना जनपद झांसी, 220 केवी उपकेन्द्र मलवां जनपद फतेहपुर, 220 केवी उपकेन्द्र अयोध्या, जनपद अयोध्या, 400 केवी उपकेन्द्र रसड़ा जनपद बलिया, 220 केवी उपकेन्द्र दुल्हीपार जनपद संतकबीरनगर तथा 33/11 केवी उपकेन्द्र कैलहा जनपद चित्रकूट शामिल हैं।

इन उपकेन्द्रों का शिलान्यास हुआ

जिन उपकेन्द्रों का शिलान्यास किया गया, उनमें 132 केवी उपकेन्द्र शोहरतगढ़ जनपद सिद्धार्थनगर तथा जनपद गौतमबुद्धनगर के 220 केवी उपकेन्द्र जलपुरा, 220 केवी उपकेन्द्र नॉलेज पार्क-5, 132 केवी उपकेन्द्र ईकोटेक-08 तथा 132 केवी उपकेन्द्र ईकोटेक-10 शामिल हैं।

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