Salempur news : ‘दादा-दादी को अपनी संतान व तीसरी पीढ़ी हमेशा प्रिय होती है और उनका संपूर्ण जीवन त्यागमय एवं अनुकरणीय होता है। उनका जीवन अगली पीढ़ियों के लिए समर्पित होता है।’
ये बातें मानव स्थली पब्लिक स्कूल के निदेशक संजीव दुबे ने अपने संबोधन में कहीं। वह विद्यालय में आयोजित दादा-दादी दिवस के अवसर भव्य समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सभी बच्चों के दादा-दादी को विद्यालय पर आमंत्रित किया गया था।
सम्मानित किया
कार्यक्रम का श्रीगणेश मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन व माल्यार्पण कर किया गया। उनके सम्मान में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य रूप से दादा- दादी और पोता- पोती के सम्बन्धों से संबंधित तथा पुराने गानों पर मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस के पश्चात सभी बुजुर्गों का माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह प्रदान कर उन्हे सम्मानित किया गया।
कभी कर्ज नहीं उतार सकते
संजीव दुबे ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि उनका जीवन परिश्रम और त्याग की जीती जागती मिसाल है। आज जो कुछ भी परिवार में अच्छा दिख रहा है, उसके पीछे इनकी कठिन तपस्या है। हम लोग जो कुछ भी हैं, इनके कारण है। इनका ऋण हम लोग कभी भी नहीं उतार सकते। वे लोग बड़े सौभाग्यशाली हैं, जिनके घर में दादा-दादी हैं।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर हरिहर तिवारी, भरत मिश्र, हरेराम उपाध्याय, सुभाष यादव, सुरेन्द्र यादव, ओमप्रकाश मिश्र, चंद्रावती देवी, राघव मद्धेशिया, बनारसी देवी, स्वामीनाथ यादव, कलावती देवी, मैसरी देवी, मूरा देवी, विमला देवी आदि की गरिमामयी उपस्थित रही।