Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस बल की क्रियाशीलता एवं पहुंच के लिए विभिन्न जनपदों में 71 नये पुलिस थानों एवं 45 नई पुलिस चौकियों की स्थापना की गयी है। बेहतर रणनीति एवं सम्यक सुरक्षात्मक प्रबंधन से प्रदेश पुलिस बल ने कानून-व्यवस्था की विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर शान्ति-व्यवस्था एवं अपराध की स्थिति को सर्वथा नियंत्रित रखा गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यापक सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए हैं। इन आयोजनों को शान्तिपूर्ण एवं सकुशल सम्पन्न कराकर प्रदेश पुलिस ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इसके लिए पुलिस बल को बधाई दी।
13 जवान शहीद हुए
सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न जनपदों में दुर्दान्त अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान 20 मार्च, 2017 से 10 अक्टूबर, 2021 की अवधि में कुल 151 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये। जबकि 3,473 घायल हुए। इस कार्रवाई में पुलिस बल के 13 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की और 1,198 पुलिस कर्मी घायल हुए।
25 माफिया गैंग पर कार्रवाई हुई
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत 45,603 तथा एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) में 657 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी है। प्रदेश के चिन्हित 25 माफिया तथा उनके गैंग के सदस्यों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की गयी है। इनके आपराधिक कृत्य व अवैध तरीके से अर्जित सम्पत्तियों को उप्र गैंगस्टर एक्ट व अन्य नियमों के अन्तर्गत अब तक 1,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सम्पत्ति का जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण एवं अवैध कब्जे से अवमुक्त कराने की कार्रवाई की गयी है। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।
कानून का डर है
सीएम ने आगे कहा, अपराधियों में कानून का भय उत्पन्न करने का श्रेय उत्तर प्रदेश पुलिस की विधिसम्मत कठोर कार्रवाई, वृहद कार्ययोजना एवं अथक परिश्रम को जाता है। वर्तमान में प्रदेश में कोई ऐसा संगठित अपराधी नहीं है जो जेल के बाहर स्वच्छन्द विचरण कर रहा हो। ऐसे अपराधी या तो जेल भेज दिये गये हैं अथवा गिरफ्तारी के दौरान आत्मरक्षार्थ पुलिस कार्रवाई में मारे गये हैं। पुलिस की कार्रवाई ने समाज के सभी वर्गों विशेषकर महिलाओं, बालिकाओं, कमजोर वर्गों एवं व्यापारियों में सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ किया है।
एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता तथा पुलिस बल के समन्वित प्रयासों से प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण कायम है। सभी वर्गों में आपसी सौहार्द एवं समरसता अक्षुण्ण है। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। इससे महिलाओं विशेषकर छात्राओं, बालिकाओं में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हुई है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ के अन्तर्गत अब तक 48 लाख 26 हजार स्थानों पर चेकिंग करते हुए 12 हजार 354 अभियोग पंजीेकृत कर 18 हजार 171 व्यक्तियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की गयी है।
मिशन शक्ति से मिल रहा बल
प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों का उत्पीड़न रोकने, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों को नियंत्रित करने, उन्हें यथावश्यक सहयोग प्रदान करने तथा महिलाओं के सशक्तीकरण के उद्देश्य से ‘महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन’ की स्थापना की गयी है। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के उद्देश्य से प्रदेश में ‘मिशन शक्ति’ अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अन्तर्गत पुलिस की व्यापक कार्रवाई से महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की प्रबल भावना जागृत हुई है।
महिला हेल्पडेस्क स्थापित है
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, प्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। इसके माध्यम से महिला सम्बन्धी शिकायतों की समुचित ढंग से सुनवायी तथा उनकी समस्याओं का गुणात्मक समाधान व अनुश्रवण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी जनपद, रेंज, जोन एवं मुख्यालय के अतिरिक्त विभिन्न इकाइयों के द्वारा फेसबुक प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी जनता की शिकायतों के निस्तारण करने के लिये सराहनीय कार्य किया जा रहा है।
सुधार किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल का गठन किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक, न्यायिक एवं महत्वपूर्ण व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तथा व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करना है। यह बल उच्चकोटि की व्यावसायिक दक्षता से सुरक्षा के कार्यो का निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की प्रथम वाहिनी क्रियाशील की जा चुकी है। जनपद लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंसेज के निर्माण कार्य के लिए 207 करोड़ रुपये से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति निर्गत की जा चुकी है।
श्रद्धांजलि दी
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन में स्थापित स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिजनों से भेंट कर उनकी कुशल-क्षेम जाना। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल तथा पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।