Varanasi News : अपने काशी दौरे पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि नो इंट्री खुलने का इंतजार बनारस वालों की आदत हो गई थी। कहीं भी आना-जाना हो तो शहर वालों को परेशान होने की जरूरत नहीं। प्रयागराज, लखनऊ, बिहार तक कारोबार को गति मिलेगी। देश में एक समर्पित इंफ्रास्ट्रक्चर न हो तो विकास की गति सुस्त रहती है। अब एयरपोर्ट आने वालों को कालीन तथा विंध्याचल दर्शन करने की सुविधा होगी। रेलवे स्टेशन पर बने लाउन्ज से सुविधा होगी। गंगा की स्वच्छता के लिए काम किया जा रहा है। आज हम अनुभव भी कर रहे हैं। घरों का गंदा पानी रोकने के लिए रामनगर में सीवज ट्रीटमेंट प्लाण्ट काम कर रहा है। 50 हजार आबादी को लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वरुणा के लिए भी काम हो रहा है। उपेक्षित वरुणा अस्तित्व खो रही थी। आज साफ पानी वरुणा में जा रहा है। दोनों किनारे पाथ-वे रेलिंग बन रही है। काशी व पूर्वांचल के किसानों के लिए सुविधा विकसित हुई है। पैकेजिंग, प्रोसेसिंग और पेरिशेबल कार्गो बना है। उससे किसानों को सुविधा मिलेगी। सीएनजी प्लाण्ट से किसानों को खाद भी मिलेगी। काशी में बीएचयू का दुनिया में श्रेष्ठ तकनीक से हेल्थ तक सुविधा तैयार हो रही है। युवा साथी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। आवासीय सुविधा तैयार हो रही है। मालवीय के विजन को साकार करने में मदद मिल रही है। काशी अध्यात्म के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भी एक अहम केन्द्र है।
संकल्प को सिद्ध कर रहे हैं
पीएम ने आगे कहा, विकास के सभी प्रोजेक्ट संकल्प को सिद्ध कर रहे हैं। मिट्टी के कारीगर और बुनकरों के लिए खादी व कुटीर उद्योग में 60 फीसदी और बिक्री में 90 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस दीपावली हमें इन साथियों का भी ध्यान रखना है। वोकल फॉर लोकल सिर्फ दीयों तक सीमित नहीं है। हर चीज़ में वो उत्पादन जिसमें देशवासियों का पसीना है, जिस उत्पादन में देश की मिट्टी की सुगंध है, वो मेरे लिए है। एक बार हमारी आदत बन जाएगी देश की चीज़ें खरीदने की, तो उत्पादन भी बढ़ेगा, रोजगार भी बढ़ेगा, गरीब को काम भी मिलेगा। यह काम सब मिल करके कर सकते हैं, सबके प्रयास से बहुत बड़ा परिवर्तन आ सकता है।
प्रधानमंत्री के कीर्तिमान बने हैं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए वाराणसी के विकास सहित देश और प्रदेश के विकास की रूपरेखा की पहल और सौगात को दीपावली के पूर्व तोहफा बताया। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व से पूर्व उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में ‘पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्राट्रक्चर मिशन’ के रुप मे बहुत बड़ी सौगात मिली है। देश और दुनिया ने सात वर्षों में प्रधानमंत्री के कीर्तिमान बने हैं। उन्होंने बदलते भारत और श्रेष्ठ भारत के स्वरूप को देश और दुनिया को परिचित कराने और कोरोना का सामना करने के प्रयासों को शानदार बताया। निःशुल्क राशन, 100 करोड़ टीकाकरण के कार्य के लिए प्रधानमंत्री की पहल का स्वागत किया तथा नये भारत को नये हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ जुड़ने को सौभाग्य बताया।
60 लैब से कोविड जांच शुरू हुई
मुख्यमंत्री ने 64 हजार करोड़ रुपये की परियोजना के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान उत्तर प्रदेश में 36 जनपद ऐसे थे, जहां आईसीयू नहीं था। कोविड जांच नहीं होती थी। उस समय प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में पीएम केयर से जो मदद मिली, उससे उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में आईसीयू बना। 60 लैब से कोविड जांच शुरू हुई। उत्तर प्रदेश में हर दिन 4 लाख कोविड टेस्ट संभव हुए। उन्होंने भारत में कोरोना के खतरे से बचाव और ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना को उपलब्धि बताया।
मजबूत करने का मौका मिलेगा
सीएम योगी ने आगे कहा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर भारत और उत्तर प्रदेश के लिए अमृत के समान है। हमें स्वास्थ्य क्षेत्र को और मजबूत करने का मौका मिलेगा। काशी के प्रति प्रधानमंत्री की आत्मीयता और धरोहर का संरक्षण करने के प्रयास से लोग अवगत हैं। काशी से जुड़ी परियोजनाओं से व्यापक स्तर पर जीवन और बेहतर होगा। इसमें सभी परियोजनाएं महत्वपूर्ण हैं। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत और बिहार के लोग भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व क्षितिज के सामने काशी का विकास स्थापित हुआ है। पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगा।
90-100 करोड़ रुपये स्वास्थ्य के लिए मिल रहे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पीएम का स्वागत करते हुए कहा कि देश में प्रधानमंत्री की पहल से स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने खेलो इंडिया, फिट इंडिया, स्वच्छ भारत आदि के जरिए देश के हित में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य परियोजनाओं के अलावा मेडिकल कालेज की संकल्पना की रूपरेखा भी पेश की। उन्होंने बीमारी के लिए खर्च को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। बताया कि देश के 50 करोड़ लोगों के लिए आयुष्मान भारत योजना में लोगों को इलाज की सुविधा मिल रही है। देश में 22 नये एम्स बन रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन की शुरुआत की जा रही है। इसमें 64 हजार करोड़ रुपये के प्राविधान के तहत हर जिले को 90-100 करोड़ रुपये स्वास्थ्य के लिए मिल रहे हैं।
ये अतिथि रहे मौजूद
इससे पहले प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर ‘पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ नीलकंठ तिवारी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल सहित जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।