Uttar Pradesh : योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश के आध्यात्मिक स्थल 88000 ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने पर विचार कर रही है। साथ ही नैमिषारण्य जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कराया जाएगा।
इससे न सिर्फ लोगों को इस आध्यात्मिक स्थली तक पहुंचने में सहूलियत मिलेगी, बल्कि सरकार का भी इको टूरिज्म का लक्ष्य हासिल होगा। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण आदेश दिए और संभावनाएं तलाशने के लिए कहा।
पर्यटन पैकेज तैयार किए जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैमिषधाम में दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में लखनऊ-नैमिषधाम हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने पर विचार किया जाए। साथ ही, पीपीपी मोड पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी कराया जाए। पर्यटन विभाग द्वारा नैमिषधाम के लिए सुविधाजनक पर्यटन पैकेज तैयार किए जाएं। मिश्रिख नगर पालिका परिषद के सीमा विस्तार की कार्ययोजना तैयार की जाए।
सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम होंगे
सीएम ने कहा कि नैमिषधाम के 05, 14 और 84 कोसी परिक्रमा पथ का विकास किया जाए। पर्यटन विकास व सुंदरीकरण के कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार भूमि अधिग्रहण भी किया जाए। यहां पर सुविधाजनक यात्री निवास, प्रकाश तथा पार्किंग की बेहतर सुविधा दी जाए। साथ ही, सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम किये जाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि नैमिषधाम में पर्यटन विकास के लिए पर्यटन, नगर विकास, पीडब्ल्यूडी तथा सिंचाई विभाग मिलकर पर्यटन विकास की ठोस कार्ययोजना तैयार करें।
मां ललिता देवी मंदिर का सुंदरीकरण कराया जाएगा
उन्होंने कहा कि 88,000 ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य के समग्र विकास के लिए सरकार संकल्पित है। यह हमारे वैदिक मंथन का अहम केंद्र है। इस पवित्र आध्यात्मिक क्षेत्र को श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से विकसित किया जाए। यहां के सभी कुण्डों में सभी माह स्वच्छ जल की उपलब्धता रहे। चक्रतीर्थ के जीर्णोद्धार की जरूरत है। दधीचि कुण्ड की ओर का मार्ग अभी संकरा है। मां ललिता देवी मंदिर का सुंदरीकरण कराया जाए।
आकर्षण का बड़ा केंद्र बनेगा
सीएम ने कहा कि जनपद प्रयागराज में गंगा नदी पर ओल्ड कर्जन ब्रिज को गंगा गैलरी/हेरिटेज पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए। यहां भारत की नदी संस्कृति पर आधारित नदी संग्रहालय का विकास तथा पुल की रेलिंग को ऊंचा किया जाए। यह आकर्षण का बड़ा केंद्र बन सकता है। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत किया जाए।