Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) ने वर्तमान वर्ष के धान क्रय की समीक्षा की। इस दौरान डीएम ने सभी क्रय एजेन्सियों को निर्देश दिया है कि आगामी 1 नवंबर से की जाने वाली धान क्रय की सभी तैयारियां प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लें।
कार्रवाई की जाएगी
उन्होंने कहा कि आवश्यक सभी संसाधनों की उपलब्धता सभी क्रय केन्द्रों पर सुनिश्चित कर लें। किसी भी दशा में क्रय केन्द्रों पर संसाधनों की कोई कमी न रहे। अन्यथा जहां कहीं भी कोई कमी पायी जायेगी, तो संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जायेगी।
वेतन रोकने का दिया आदेश
जिलाधिकारी जेपी सिंह शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित कार्यकक्ष में धान क्रय के तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अनुपस्थित जिला प्रबंधक पीसीएफ एवं 22 से 27 अक्टूबर तक बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर होना पाये जाने पर डिप्टी आरएमओ का वेतन रोकने का भी निर्देश उन्होंने दिया।
90 क्रय केंद्र बने हैं
इस दौरान उन्होंने बताया कि इस वर्ष धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2040 निर्धारित किया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में 90 क्रय केंद्र बनाये गए हैं, जिसमें विपणन विभाग द्वारा 30 क्रय केंद्र, पीसीयू 14, यूपीएसएस 09, पीसीएफ 36, एफसीआई का 01 क्रय केन्द्र सम्मिलित हैं।
निर्देश दिए
जिलाधिकारी ने धान खरीद से संबंधित सभी आवश्यक उपकरण क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने डिप्टी आरएमओ को समस्त उपकरणों को एक नवंबर से पूर्व क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व नागेंद्र कुमार सिंह, डिप्टी आरएमओ भीमाचन्द गौतम सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
सभी इंतजाम रहेंगे
उन्होंने खरीद प्रारंभ होने से पूर्व समस्त केंद्रों पर जूट के बोरे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि किसी भी दशा में प्लास्टिक के बोरों का उपयोग नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने के पर्याप्त इंतजाम एवं पेयजल की व्यवस्था की जाए।
हर किसान का धान क्रय होगा
डीएम ने कहा कि क्रय केंद्र पर आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। धान खरीद में छोटे किसानों को प्राथमिकता दी जाए। क्रय केंद्र पर आने वाले प्रत्येक किसान का धान खरीदा जाए।
28 राइसमिलों का सत्यापन हुआ
जनपद के 48 राइस मिल का सत्यापन किया गया, जिसमें से उपयुक्त पाये गए 28 राइस मिलों को क्रय केन्द्रों से सम्बद्ध किया गया है। किसानों को अपना धान बेचने के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक होगा। इसके लिए वे किसी भी जन सुविधा केंद्र अथवा मोबाइल के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।