Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Deoria Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण एवं गंगा समिति की बैठक मंगलवार की देर सायं प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में जनपद सीमा में प्रवाहित होने वाली प्रमुख नदियों को स्वच्छ बनाने बनाने की रणनीति पर व्यापक चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी देवरिया नगर पालिका परिषद को शहरी क्षेत्र से निकलने वाले घरेलू जल अपशिष्ट के प्रमुख आउटलेट्स को चिन्हित करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि नदियों की स्वच्छता की दृष्टि से ‘फ्लड प्लान’ का विशेष महत्व है। इन क्षेत्रों में पर्यावरण हितैषी गतिविधियों को प्रोत्साहन देना चाहिए। नदियों के किनारे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
डीएम जेपी सिंह ने कहा कि जनपद की प्रमुख नदियों घाघरा, राप्ती एवं छोटी गंडक नदी में चिन्हित स्थानों पर बीओडी एवं सीओडी मापने (BOD & COD Indicator) के लिए इंडिकेटर लगाया जाए। साथ ही जनपद के प्रमुख नालों-नदियों में जल प्रदूषण स्तर का रिकॉर्ड रखा जाए। इससे नीतियों के निर्माण एवं क्रियान्वयन में सहायता मिलेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि नदियों के किनारे विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। नदी के किनारे स्थित गांव में गंगा मित्र, गंगा वॉलिंटियर बनाए जाए। एनसीसी स्काउट और एनएसएस को नदी स्वच्छता से जोड़ा जाए। इन क्षेत्रों के स्कूलों में विशेष अभियान चलाकर नदी स्वच्छता के संबंध में स्कूली छात्रों में जागरूकता लाई जाए।
उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता एवं जन सहभागिता के द्वारा नदियों को स्वस्थ रखा जा सकता है। बैठक में सीएमओ डॉ राजेश झा, डीएफओ जगदीश आर, ईओ रोहित सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई दुर्गेश गर्ग, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग आरके सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।