Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Deoria Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में गुरुवार को विकास भवन के गांधी सभागार में जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में सड़क-सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ये तैयारी रहेगी
जिलाधिकारी ने ठंड के मौसम में दुर्घटना को कम करने एवं कोहरे के दृष्टिगत अभी से तैयारियां शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी वाहनों खासकर गन्ना ढोने वाली ट्रॉलियों एवं ट्रकों में रिफ्लेक्टर अनिवार्य रूप से लगना सुनिश्चित किया जाए। दुर्घटना की संभावना वाले ब्लैक स्पॉट्स पर ब्लिंकर्स, संकेतक इत्यादि अनिवार्य रूप से लगाया जाए। जेब्रा क्रासिंग को नए सिरे से रंगा जाए।
कड़ी कार्रवाई की जाएगी
डीएम ने नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर लगाम कसने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के प्रमुख वजहों में नशे की हालत में वाहन चलाना शामिल है। इस संबन्ध में अभियान चलाया जाए। एआरएम रोडवेज ओपी ओझा ने बताया कि बस ड्राइविंग के समय मदिरा सेवन करने वाले परिवहन निगम के तीन ड्राइवरों की संविदा समाप्त कर दी गई है।
200 लोग घायल हुए
वर्तमान में जनपद में दुर्घटना की बहुलता वाले कुल 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं। वर्ष 2022 में जनवरी से सितंबर माह तक में जनपद में कुल 299 दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 141 लोगों की मृत्यु हुई और 200 व्यक्ति घायल हुए। जिलाधिकारी ने कहा कि घुमावदार मोड़ पर इंडिकेटर अवश्य लगाया जाए। सड़क सुरक्षा पर जागरूकता अभियान के तहत रोड सेफ्टी आइकॉन्स को प्रोत्साहन देने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।
प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति (गुड सेमेरिटन) को सड़क सुरक्षा कोष से पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। यह राशि सड़क सुरक्षा कोष से आवंटित की जाती है। उन्होंने जनपद के गुड सेमेरिटन को सम्मानित करने का निर्देश एआरटीओ को दिया।
डायल करें ये नंबर
डीएम ने नागरिकों से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने की अपील की, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का हेल्पलाइन नंबर 1033 या 108 नंबर डायल कर मदद पहुंचाई जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि 1033 नंबर डायल करते ही हाईवे पर एंबुलेंस, क्रेन और वेहिकल तीनों पहुंचते हैं और आवश्यकतानुसार घायल का सहयोग करते हैं।
ये रहे मौजूद
बैठक में सीडीओ रवींद्र कुमार, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, डीएसपी अंशुमान श्रीवास्तव, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, एआरएम रोडवेज ओपी ओझा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरके सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।