Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम देश की आजादी के अमृत महोत्सव के साक्षी बन रहे हैं। आज से 75 वर्ष पूर्व यह देश पराधीन था। अनगिनत बलिदानों के फलस्वरूप 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को स्वाधीनता प्राप्त हुई थी। आजादी के बाद भी भारत की सुरक्षा, एकता व अखण्डता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए 1947-48, 1962, 1971 तथा 1999 में हुए युद्धों से देश को जूझना पड़ा था। अनेक अन्य अवसरों पर भी भारत के बहादुर जवानों ने देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखते हुए देश की स्वाधीनता की रक्षा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्यमंत्री रविवार को सब एरिया सेन्ट्रल कमाण्ड में वीरता पुरस्कारों से अलंकृत विजेताओं एवं वीर नारियों को ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ पर सम्मानित करने के पश्चात, इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
इन्हें सम्मानित किया
इस अवसर पर सीएम ने परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय के पिता गोपी चन्द पाण्डेय, कीर्ति चक्र से सम्मानित मेजर अशोक कुमार सिंह, वीर चक्र से सम्मानित कर्नल विमल किशनदास बैजल, मेजर विष्णु स्वरूप शर्मा, शहीद हवलदार कुंवर सिंह चौधरी की पत्नी वीर नारी लक्ष्मी देवी, शहीद नायक राजा सिंह की पत्नी वीर नारी चन्द्रा देवी, मेजर धीरेन्द्र नाथ सिंह, ब्रिगेडियर नवीन सिंह, शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद मेजर कमल कालिया की पत्नी वीर नारी अर्चना कालिया, शहीद मेजर समीर उल इस्लाम की पत्नी फौजिया इस्लाम, शहीद ले0 हरि सिंह बिष्ट की माता शान्ति बिष्ट, ऑनरेरी कैप्टन चंचल सिंह तथा शहीद कर्नल मुनींद्र नाथ राय की पत्नी वीर नारी प्रियंका राय को सम्मानित किया।
इन्हें भी मिला सम्मान
उन्होंने विगत 01 वर्ष के दौरान कर्तव्य पालन में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के शूर वीर शहीद विंग कमाण्डर पृथ्वी सिंह चौहान की पत्नी वीर नारी कामिनी सिंह, शहीद सिपाही सरज सिंह की पत्नी वीर नारी रंजीत कौर तथा शहीद सिपाही संतोष यादव की पत्नी वीर नारी धर्मशिला देवी को भी सम्मानित किया।
अवसर प्रस्तुत कर रहा है
सीएम ने वीर माताओं, वीर जवानों, वीर सपूतों तथा उनके परिजनों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि आजादी का यह अमृत महोत्सव 75 वर्षों की हमारी यात्रा के आत्मावलोकन का अवसर प्रस्तुत कर रहा है। आजादी की लड़ाई के दौरान भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा क्रान्तिकारियों ने देश की आजादी के लिए स्वयं को बलिदान करने में किसी भी प्रकार का संकोच नहीं किया था। एक लम्बी लड़ाई के बाद यह देश 1947 में आजाद हुआ।
केवल सरकारी आयोजन नहीं है
उन्होंने कहा, आज वहीं प्रेरणा और प्रकाश स्वतंत्र भारत में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए अमृत महोत्सव के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हम सब के सामने प्रस्तुत किया है। यह आयोजन केवल सरकारी आयोजन नहीं है। गांव, शहर, विद्यार्थी, किसान, श्रमिक सहित सामाजिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के व्यक्ति आजादी के इस महोत्सव के साथ जुड़कर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इसके अन्तर्गत तिरंगा यात्राएं, प्रभात फेरियों के आयोजन सहित शहीद स्मारकों पर राष्ट्र भक्ति के गीत एवं धुन बजाकर श्रद्धांजलि अर्पित करने के अनेक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
प्रेरणा प्रदान की जा रही है
उन्होंने कहा कि भारत की आन, बान और शान के प्रतीक तिरंगे के सम्मान में आज से आगामी 15 अगस्त तक आयोजित हर घर तिरंगा कार्यक्रम के माध्यम से, देशवासियों को एकजुट रहने की प्रेरणा प्रदान की जा रही है। पिछले 75 वर्षों की यात्रा हम सबको आत्ममंथन के साथ आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना से जोड़ने का अवसर भी प्रदान कर रही है। जब यह देश अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, उस समय हमें कैसा भारत चाहिए। उस भारत के निर्माण को व्यवहारिक धरातल पर उतारने के लिए प्रत्येक क्षेत्र का व्यक्ति अगर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता है, तो उसके सार्थक परिणाम सामने आएंगे।
अर्थव्यवस्था के रूप में दिखाई दे रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत एक नये भारत के रूप में बढ़ रहा है। वैश्विक मंच पर भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में दिखाई दे रहा है। दुनिया में एक विश्वास के रूप में भारत को देखा जा रहा है। वैश्विक मंच पर भारत नये ओज व तेज के साथ अपनी आभा को बिखेरने के लिए तैयार दिखाई देता है। यह भारत की सामूहिक ताकत है, जिसे देश का यशस्वी नेतृत्व दुनिया में प्रस्तुत कर रहा है। भारत आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति के नये आयाम गढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
नए कदम बढ़ा रहा है
सीएम योगी ने कहा कि भारत आज खाद्यान्न के क्षेत्र के साथ ही, रक्षा क्षेत्र में भी अन्य देशों पर निर्भरता के बजाए, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नए कदम बढ़ा रहा है। यह नया भारत दुनिया में नये विश्वास का प्रतीक है। इसके बहादुर जवान भारत की सुरक्षा, सम्प्रभुता, एकता व अखण्डता को सुरक्षित और अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए तत्पर हैं। वैश्विक मंच पर भी भारत के जवान शान्ति व सुरक्षा की स्थापना के लिए अपने शौर्य व पराक्रम का परिचय देते हुए राहत प्रदान करने का कार्य करते हैं। हमारे जवान हमेशा देश के बारे में सोचते हैं। ‘राष्ट्र प्रथम’ के भाव के साथ जब भी उन्हें अपने सर्वोच्च बलिदान देने की आवश्यकता पड़ी है, तो जवानों ने कभी संकोच नहीं किया है।
गौरव की अनुभूति हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि शान्तिकाल में देश में विभिन्न आपदाओं के समय सेना द्वारा किये जाने वाले रचनात्मक कार्यों के माध्यम से हमारा जवान देश के जनविश्वास को मजबूती प्रदान करता है। दुश्मन के लिए आप जितने सख्त हैं, अपने देश पर आने वाली किसी भी आपदा के दौरान आप उतने ही, संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि वीर जवानों, उनके परिवारों तथा वीर माताओं को सम्मानित करने के इस कार्यक्रम से जुड़कर उन्हें अत्यन्त गौरव की अनुभूति हुई है।