Deoria news : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने देवरिया शहर में सैकड़ों साल पुरानी एक जर्जर 2 मंजिला इमारत गिरने से तीन लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति की कामना की है। साथ ही वरिष्ठ अफसरों को हर संभव पीड़ित परिवार की मदद करने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि सीएम ने जनपद देवरिया में दीवार गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए डीएम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने के लिए आदेश दिया है।
उपचार की व्यवस्था हो
साथ ही मुख्यमंत्री ने दिवंगतों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि चार लाख रुपए तत्काल वितरित करने के लिए आदेश दिया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
करीब 3 बजे गिरी इमारत
बताते चलें कि सोमवार की भोर में करीब 3 बजे देवरिया शहर के अंसारी रोड में एक 2 मंजिला सैकड़ों साल पुरानी जर्जर इमारत भरभरा कर गिर पड़ी। जानकारी के मुताबिक शहर के अंसारी रोड में कुलदीप बरनवाल का काफी पुराना जर्जर दो मंजिला मकान स्थित है।
किराए पर रहता है परिवार
इस जर्जर मकान में काफी समय से दिलीप (35 वर्ष) पुत्र गोपाल अपनी मां, पत्नी चांदनी (30 वर्ष) और 2 साल की बेटी पायल रहते थे। दिलीप शादी विवाह में झालर आदि सजाने का काम करता था, जबकि उसकी पत्नी घरों में चौका बर्तन करती थी। रविवार की रात पति पत्नी और बच्ची नीचे के तल पर एक पास कमरे में सोए थे। इसी दौरान आज भोर में मकान गिर गया और तीनों मलबे में दब गए।
लोगों ने दी सूचना
दो मंजिला मकान गिरने से काफी तेज आवाज हुई। आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। लोगों ने ही डायल 112 को सूचना दी। पुलिसकर्मियों ने फौरन वरिष्ठ अफसरों को इस बारे में जानकारी दी। दिलीप की मां प्रभावती (65 वर्ष) घायल हुई हैं। हादसे के वक्त वह बाहर गली में गई थी।
मौके पर पहुंचे एसपी
सूचना मिलते ही एसपी संकल्प शर्मा, सीओ श्रीयश त्रिपाठी और अन्य अधिकारी दमकल की टीमों के साथ मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने जेसीबी की मदद ली और करीब 2 घंटे के प्रयास के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला गया।
4 परिवार रहते हैं
इस मकान में कुल चार परिवार किराए पर रहते हैं। जिस तरफ दिलीप का परिवार रहता था, वही हिस्सा गिरने से पूरा परिवार हादसे की भेंट चढ़ गया। जर्जर मकान ध्वस्त होने के बाद उस मकान के दूसरे हिस्से में रह रहे लोगों को तत्काल प्रभाव से मकान खाली करने का निर्देश दिया गया है।