-जिलाधिकारी ने की स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा
-सीजीरियन डिलीवरी के दृष्टिगत 24 घन्टे शिफ्टवार पैथोलॉजी चलाने पर बनी सहमति
-नया जिला चिकित्सालय बनाने के लिए शीघ्र होगा भूमि का चयन, भुजौली स्थित नगर पालिका की जमीन पर हुई चर्चा
-मेडिकल कॉलेज में स्थापित होगी पुलिस चौकी
Deoria news : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में देर सायं मेडिकल कॉलेज प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य व्यवस्था को जन अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस चौकी बनेगी
मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों एवं उनके तीमारदारों को बेहतर जन-सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। नगर पालिका मेडिकल कॉलेज परिसर में यूरिनल सुविधा युक्त शौचालय का निर्माण करेगा। मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए बैठने के समुचित इंतजाम किए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज परिसर में पुलिस चौकी की स्थापना की प्रक्रिया भी शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।
नाम लिखा जायेगा
जिलाधिकारी ने सिटीजन चार्टर के अनुरूप मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों के नाम एवं कार्य अवधि उनके कार्य कक्ष के बाहर लिखने का निर्देश दिया। यदि डॉक्टर किसी कारणवश उपास्थित न हों तो उनके स्थान पर तैनात डॉक्टर का नाम फ्लेक्स पर अंकित किया जाए।
नया अस्पताल बनेगा
बैठक में नए जिला अस्पताल के लिए भूमि तलाशने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इस संबन्ध में भुजौली में स्थित नगर पालिका की 6 एकड़ से अधिक की भूमि पर भी विचार किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि नया जिला अस्पताल बनने से जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी, इसलिए इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
क्रियाशील किए जाएं
जिलाधिकारी ने सीएमएस (महिला) के सीजीरियन डिलीवरी के दृष्टिगत 24 घन्टे, तीन शिफ्टों में पैथोलॉजी सुविधा उपलब्ध कराने के सुझाव से सहमति जताई और इस संबन्ध में व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सीएमओ को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि सभी डिलीवरी प्वाइंट को क्रियाशील किए जाएं।
संचालन शुरू कराएं
उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने विकास खंडों के सभी डिलीवरी प्वाइंट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आदि का निरीक्षण कर लें। यदि कहीं पर किसी प्रकार की कमी है तो उसको दूर करते हुए उसका संचालन प्रारंभ कराएं। डिलीवरी प्वाइंट के संचालित न पाए जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
ये रहे मौजूद
बैठक में सीडीओ रवींद्र कुमार, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ राजेश कुमार बरनवाल, प्रभारी सीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह, सीएमएस डॉ आनंद मोहन वर्मा, एडीएम (प्रशासन) गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम सौरभ सिंह, इओ नगर पालिका रोहित सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।