Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नये प्रयोग एवं आविष्कार हो रहे हैं। प्रदेश सरकार लोगों की आवश्यकता के अनुरूप आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में प्रदेश आज एक नई दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के विजन के अनुरूप कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री रविवार को ग्लोब हेल्थकेयर हॉस्पिटल (Globe Healthcare Hospital) का उद्घाटन करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन के साथ-साथ व्यवसायीकरण को कम करते हुए चैरिटी की ओर आगे बढ़ना होगा। प्रत्येक हॉस्पिटल को आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (UP Mukhyamantri Jan Arogya Yojana) से जुड़ने की दिशा में आगे बढ़ना होगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके। प्रदेश में आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसके तहत सरकार पात्र लोगों को 5 लाख रुपये वार्षिक तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध करा रही है।
मदद मिलती है
सीएम ने कहा कि निजी क्षेत्र का शासन की सुविधाओं से जुड़कर लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए इस प्रकार के अत्याधुनिक चिकित्सा केन्द्र स्थापित करना प्रशंसनीय कार्य है। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलती है। लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई (Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences) प्रदेश सहित आसपास के राज्यों के लोगों को कैंसर के उपचार की उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। लोगों की मांग के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय स्व कल्याण सिंह के नाम पर ‘कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान एवं अस्पताल’ (Kalyan Singh super speciality cancer institute & Hospital) संचालित कर रही है।
ये सुविधाएं मिलेंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोब हेल्थ केयर अस्पताल में कैंसर जैसी असाध्य बीमारी की जांच एवं इलाज के लिए प्रदेशवासियों को लखनऊ में एक ही छत के नीचे विश्वस्तरीय जांच सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। 200 बेड के इस कैंसर अस्पताल में कीमोथेरेपी वॉर्ड, 04 मॉड्युलर ऑपरेशन थिएटर, अत्याधुनिक लीनियर एक्सेलेरेटर ट्रू बीम मशीन, बै्रकी थेरेपी तथा कैंसर की निर्णायक जांच के लिए पेट सीटी, गामा कैमरा, अत्याधुनिक सीटी स्कैन, एमआरआई तथा मेमोग्राम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। ओपीडी एवं आईपीडी में बेहतर समन्वय स्थापित करना होगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस संस्थान की चिकित्सा सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
सफलतापूर्वक सामना किया
सीएम ने कहा कि देश और दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है। दुनिया की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त देशों की स्थिति कोरोना कालखण्ड में दयनीय रही। विकसित देशों की तुलना में कम स्वास्थ्य सुविधाओं के बावजूद देश ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कोरोना जैसी महामारी का सफलतापूर्वक सामना किया। कोरोना के दौरान देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में अभूतपूर्व वृद्धि हुई और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ी। विकसित देशों की तुलना में हमारे देश की मृत्यु दर न्यूनतम रही। आज भी चीन जैसे देश कोरोना की चौथी लहर से जूझ रहे हैं।
सुधरी हैं स्वास्थ्य सेवाएं
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पिछले 70 वर्षों में प्रदेश में मात्र 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) संचालित थे। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार को विगत 05 वर्षों में प्रदेश के 59 जनपदों में मेडिकल कॉलेज देने में सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही, प्रदेश में 02 एम्स भी संचालित हुए हैं। प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार की मदद से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में सफलता प्राप्त की है। प्रदेश ने देश को स्वास्थ्य क्षेत्र में कई सफल मॉडल दिए हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में असाध्य हो चुकी इंसेफेलाइटिस का उन्मूलन अंतिम चरण में है। लोगों में आत्मविश्वास का भाव पैदा हुआ है। देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश का एक नया स्थान निर्मित हुआ है।
मंत्री और वरिष्ठ अफसर रहे मौजूद
इस अवसर पर कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायामूर्ति ऋतुराज अवस्थी, प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, आबकारी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल, विधायक डॉ नीरज बोरा, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा चिकित्सक उपस्थित थे।