Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। रविवार को विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही सदन चलता है। सकारात्मक वातावरण में तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि संसदीय परम्परा के अनुसार सत्र की शुरुआत सोमवार, 20 फरवरी, 2023 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कोविड जैसी महामारी से उबरकर प्रदेश के विकास के लिए समग्र योजना की दृष्टि से यह सत्र अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। प्रदेश सरकार राज्य के विकास एवं जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। विधान सभा में सकारात्मक माहौल में चर्चा होनी चाहिए। संसदीय परम्पराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए।
सीएम ने कहा कि प्रदेश की जनता ने बड़े विश्वास के साथ सदस्यों को देश की सबसे बड़ी विधान सभा में चुनकर भेजा है। जनता के विश्वास पर खरा उतरना सभी सदस्यों का कर्तव्य है। कोरोना काल खण्ड में प्रदेश विधान सभा के सत्र संचालन में सभी सदस्यों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। परिणामस्वरूप पूरे देश में प्रदेश विधान सभा की गरिमा बढ़ी और सदस्यों के सम्मान में वृद्धि हुई।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Suresh Kumar Khanna) ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। सभी दलों ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। यह एक अच्छी परम्परा है।
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के मनोज कुमार पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के राजपाल सिंह बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की आराधना मिश्रा ‘मोना‘, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह तथा बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह ने अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।