Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दिनदहाड़े हुई उमेश पाल हत्याकांड की पूरे देश में चर्चा है। विपक्ष भी इस घटना के बाद से सरकार को घेरने का काम कर रहा है। वहीं सत्ता धारी भाजपा माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात कर रही है। मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। बता दें कि उमेश पाल बसपा के पूर्व विधायक हत्याकांड के खिलाफ मुख्य गवाह थे।
इसी हत्याकांड पर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने बीजेपी की कार्यशैली पर निशाना साधते हुए कहा है की “प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है, अमेठी मुरादाबाद और प्रयागराज जैसी घटनाएं हो रही है ,इनकी इंटेलिजेंस पूरी तरीके से फेल है इसलिए इस तरह की बड़ी घटनाएं बार बार हो रही है ,दिन दहाड़े हत्या हो जाती है और अभी तक कोई मुजरिम पकड़ा नहीं गया–अभी कह रहे है एक पकड़ा गया,दो पकड़े गए और भी तो है।”
उमेश पाल हत्याकांड के बाद वायरल विडियो फुटेज में जो शूटर दुकान से गोलियां चला रहा है, उसकी पहचान गुलाम के रूप में हुई है। उमेश पाल हत्याकांड पर देश के तमाम बड़े नेताओं का बयान आ रहा है सभी लोग चाहते हैं की मुजरिम को जल्द से जल्द सजा मिले जिससे लोगो के बीच अपराध न करने के लिए डर बैठे और इस तरह की बड़ी घटनाओं पर लगाम लगाया जा सके।
साल 2005 में प्रयागराज के बहुचर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजू हत्याकांड में उमेश पाल अहम गवाह थे. इस हत्याकांड के पूर्व सांसद अतीक अहमद आरोपी हैं।पुलिस के अनुसार, उमेश पाल पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह कहीं से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह गाड़ी से उतरे उन पर एक युवक ने फायरिंग और दूसरे युवक बम बरसाने शुरू कर दिए। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। मौके पर मौजूद लोगों के जरिये शूटर्स के स्केच भी पुलिस की तरफ से बनवाया गया। इसके बाद शूटर्स को पकड़ने के लिए पुलिस और एसटीएफ की कई टीमों की तरफ से छापेमारी की गई।