Uttar Pradesh : सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि हर स्तर के अधिकारी नियमित रूप से सुबह 10 से 11 बजे के बीच अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर जनसमस्याओं एवं शिकायतों की सुनवाई करें। सभी जनप्रतिनिधियों के साथ नियमित संवाद बनाकर रखा जाए तथा उन्हें महत्वपूर्ण परियोजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी भी प्रदान की जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी तैनाती स्थल पर प्रवास करें। तहसील, ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर तैनात कर्मी वहीं रहना सुनिश्चित करें। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों में जनसहभागिता के माध्यम से बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि शासन द्वारा अभिभावकों के खाते में अन्तरित धनराशि का सदुपयोग छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा आदि उपलब्ध कराने में हो।
समय से पूरा होगा काम
सीएम ने शनिवार को जनपद झांसी में ‘अमृत योजना’ के अन्तर्गत 600.43 करोड़ रुपये लागत की झांसी पेयजल पुनर्गठन योजना के द्वितीय चरण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पेयजल योजना के कार्यों में मैनपावर को बढ़ाने तथा निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही, श्रमिकों के साथ संवाद भी किया। इस पेयजल योजना के झांसी महानगर के 29 जोन लाभान्वित होंगे।
स्टेडियम का लोकार्पण किया
बाद में मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ मेजर ध्यानचन्द स्टेडियम, झांसी में 3 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से खेल विभाग द्वारा बनाए गए आधुनिक जिम्नास्टिक हॉल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने युवा खिलाड़ियों के खेल प्रदर्शन को देखा और उनसे वार्तालाप कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
क्षेत्र के लिए उपयोगी साबित होगा
सीएम ने महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में लगभग 137 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 500 बेड के अस्पताल के अन्तिम चरण के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिये बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने निरीक्षण के अवसर पर अस्पताल परिसर में पौधरोपण किया।
मंत्री रहे मौजूद
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, श्रम राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।