Deoria news : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh IAS) के निर्देश पर सलेमपुर स्थित रंजनी हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। हॉस्पिटल का पंजीकरण भी निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की समिति का गठन कर पूरे प्रकरण पर विस्तृत जाँच रिपोर्ट तलब की है।
सलेमपुर स्थित रंजनी हॉस्पिटल की कथित रूप से लापरवाही के चलते 19 सिंतबर को दो गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो गई थी। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
ये है पूरा मामला
बताते चलें कि 4 दिन पहले मईल थाना क्षेत्र की और लार थाना क्षेत्र की दो प्रसूताओं को गांव की आशा प्रसव के लिए सलेमपुर स्थित सीएचसी लेकर आई। मामला जटिल होने पर डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। इसके बाद प्रसूताओं को कस्बे के रंजनी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया।
गोरखपुर भर्ती कराया
ऑपरेशन के बाद दोनों प्रसूताओं में से एक ने बच्चा और दूसरी महिला ने बच्ची को जन्म दिया। लेकिन थोड़ी देर में दोनों प्रसूताओं की हालत गंभीर हो गई। उसके बाद रंजनी हॉस्पिटल की एंबुलेंस से दोनों प्रसूताओं को बारी-बारी से गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां सोमवार को उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने किया हंगामा
सोमवार को दोनों प्रसूताओं का शव लेकर पहुंचे आक्रोशित परिजनों ने एंबुलेंस को कोतवाली के सामने खड़ा कर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देखकर दोनों मृत महिलाओं के परिजनों से तहरीर लेकर कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने दोनों महिलाओं के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घटना के बाद जागे प्रशासन ने जांच-पड़ताल शुरू की।