Deoria News : जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) ने ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन योजना (eSanjeevani Telemedicine Scheme) के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही निःशुल्क ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श सेवा का वर्चुअल माध्यम से जायजा लिया।
CHO तरकुलवा से किया संवाद
जिलाधिकारी ने तरकलुवा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के पद पर कार्यरत नम्रता से संवाद किया। नम्रता ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि वह प्रतिदिन ई-संजीवनी ओपीडी के जरिए मरीजों का इलाज करती हैं। कैथवलिया क्षेत्र में 2022 अप्रैल से अब तक लगभग 740 मरीजों को निःशुल्क चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध कराई जा चुकी है।
उपलब्ध कराया जाता है
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर विभिन्न प्रकार के टेस्टिंग किट, बीपी मशीन, थर्मामीटर इत्यादि उपलब्ध रहते हैं। टेलीमेडिसिन पर परामर्श देने वाले चिकित्सक के निर्देशानुसार जो भी रिपोर्ट मरीज के संबंध में मांगी जाती है, उसे उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर दवा भी उपलब्ध रहती है, जिसे चिकित्सकीय परामर्श अनुसार मरीजों में वितरित किया जाता है।
साफ-सफाई के लिए दिया आदेश
मरीजों को दवा की प्रिसक्रिप्शन भी उपलब्ध करायी जाती है। नम्रता ने जिलाधिकारी से हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के साफ-सफाई एवं बैठने की सुविधा को दुरुस्त करने के संबंध में शिकायत की। इस पर डीएम ने तत्काल जिला पंचायत राज अधिकारी को उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
रोज करती हैं इलाज
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर कपरवार ब्लॉक बरहज में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत सोनिका पांडेय ने बताया कि वह रोजाना ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से मरीजों का उपचार करती हैं। शनिवार को एक मरीज रंजना देवी उम्र 45 वर्ष को टेली कंसल्टेंसी से बीएचयू की डॉक्टर पूजा कुमारी से चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया गया है।
लाभ उठाएं लोग
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद में 80 से अधिक हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर निःशुल्क टेलीपरामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग इसका लाभ उठा सकते हैं। इससे उन्हें अनावश्यक जिला मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा और उनके समय तथा धन दोनों की बचत होगी। उन्होंने ठंड के दृष्टिगत भी ई-संजीवनी का अधिक से अधिक उपयोग करने का अनुरोध किया।
लैपटॉप वितरित किए गए हैं
सीएमओ डॉ राजेश झा (Deoria CMO Dr Rajesh Jha) ने बताया कि टेलीमेडिसिन सेवाओं के लिए समस्त सीएचओ को लैपटॉप वितरित किए गए हैं। साथ ही सभी ब्लॉक स्तरीय हब को कंप्यूटर, कैमरा, स्पीकर, प्रिंटर आदि उपलब्ध कराए गए हैं। अब कोई भी व्यक्ति टेली कंसल्टेशन सेवाओं के लिए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर आता है, तो सीएचओ उसकी प्रारंभिक जांच अंकित कर ई-संजीवनी एप्लीकेशन पर नामित करती है।
प्रिंट उपलब्ध कराते हैं
उस वक्त जो भी चिकित्सक ऑनलाइन रहते हैं, इन्हें इस एप्लीकेशन के माध्यम से जोड़ा जाता है। चिकित्सक द्वारा प्रारंभिक लक्षण, सीएचओ के किए गए जांच तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्राप्त जानकारी के आधार पर प्रिस्क्रिप्शन लिखा जाता है। जिसे सीएचओ अपने उपकेंद्र पर प्रिंट करके मरीज को उपलब्ध कराते हैं।
1000 लोगों को मिलेगी सेवा
इसके लिए सीएचओ को प्रिंटर भी दिया जा रहा है। वर्तमान में जनपद में प्रतिदिन 250 से अधिक मरीजों को टेलीकंसल्टेशन सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसे शीघ्र ही 1000 तक पहुंचाने की योजना है। भविष्य में इन सेवाओं में विशेषज्ञ आधारित सेवाएं भी जोड़ी जाएंगी।