Deoria News : तकनीकी विकास से बैंकिंग सेवाओं की पहुंच आमजन तक पहुंची है और वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया तेज हुई है। बैंक माइक्रो लोन के माध्यम से बड़ी आबादी को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उक्त बातें जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सेंट्रल बैंक की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, पुरुषोत्तमपुर में आयोजित मेगा क्रेडिट कैम्प का उद्घाटन करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विकास के साथ-साथ बैंकों का दायरा बढ़ा है और दबाव कम हुआ है। स्मार्टफोन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति उन वित्तीय सेवाओं को मिनटों में पा लेता हैं, जिन्हें पाने में पहले उन्हें घंटों लगते थे। सरकार पीएम स्वनिधि, ओडीओपी, पीएमईजीपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एनआरएलएम, केसीसी, मत्स्य पालन से जुड़ी योजनाओं सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है।
प्रगति दर्ज करेगा
उन्होंने कहा कि बैंकर्स के सक्रिय सहयोग से इन योजनाओं को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित कर लोगों को स्वरोजगार के लिए अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है। बैंकों को प्राइमरी सेक्टर लेंडिंग के साथ-साथ माइक्रो लोन प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि जनपद में बैंकर्स ने विभिन्न योजनाओं को सफल बनाने में अपना सक्रिय योगदान दिया है। उन्होंने भरोसा जताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जनपद विभिन्न योजनाओं में शत-प्रतिशत से अधिक की प्रगति दर्ज करेगा।
विकास में सहयोग करें
सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश देशपांडे ने जनपद के विकास में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने अन्य बैंकों से भी आह्वान किया कि वे जनपद को विकास के पथ पर आगे ले जाएं और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक बैंक की योजनाओं को पहुंचाएं।
87 करोड़ रुपये दिए गए
सेंट्रल बैंक के मुख्य प्रबंधक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जनपद के विकास एवं ऋण जमा अनुपात में वृद्धि के लिए यह जनपद स्तरीय मेगा क्रेडिट कैंप का आयोजन किया गया। इसमें का क्रेडिट कैंप में 2979 लाभार्थियों को 87 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की गई।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अपर शोध अधिकारी संस्थागत वित्त जय गोविंद प्रसाद, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड संचित सिंह, बड़ौदा यूपी बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक याद राम, अग्रणी जिला प्रबंधक अरुणेश कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राकेश कुमार एवं निदेशक आरसेटी नीरज अस्थाना सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारी गण मौजूद थे।