Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को विधान भवन में विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना की उपस्थिति में विधायी डिजिटल वीथिका (Vidhai Digital Vithika) का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश विधान मण्डल देश का सबसे बड़ा विधान मण्डल है। इस विधायी डिजिटल वीथिका के माध्यम से उत्तर प्रदेश विधान मण्डल के वर्ष 1887 से अब तक के सम्पूर्ण विधायी इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं को देखा जा सकता है।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान मण्डल के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा प्राप्त कर विधान मण्डल के सदस्यगण व हमारे युवा लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करने का कार्य करेंगे। लखनऊ आने वाले अतिथिगण भी इस डिजिटल वीथिका के माध्यम से हमारे विधायी इतिहास को जान सकेंगे।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान मण्डल के सदस्यगण तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
आज से शुरू होगा विधान सभा का सत्र
उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। रविवार को विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही सदन चलता है। सकारात्मक वातावरण में तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि संसदीय परम्परा के अनुसार सत्र की शुरुआत सोमवार, 20 फरवरी, 2023 को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कोविड जैसी महामारी से उबरकर प्रदेश के विकास के लिए समग्र योजना की दृष्टि से यह सत्र अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। प्रदेश सरकार राज्य के विकास एवं जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। विधान सभा में सकारात्मक माहौल में चर्चा होनी चाहिए। संसदीय परम्पराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Suresh Kumar Khanna) ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। सभी दलों ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। यह एक अच्छी परम्परा है।
इस बैठक में समाजवादी पार्टी के मनोज कुमार पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के राजपाल सिंह बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की आराधना मिश्रा ‘मोना‘, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह तथा बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह ने अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।