Deoria News : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में देवरिया सदर सीट से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार समेत 8 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच के लिए पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार, 27 अप्रैल को देवरिया पहुंचेगा। यह प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट पार्टी के लखनऊ कार्यालय में प्रस्तुत करेगा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के निर्देश पर सपा का एक प्रतिनिधिमंडल 27 अप्रैल को देवरिया जाएगा। जनपद में चुनाव के 1 दिन पहले सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हुई थी।
फर्जी मुकदमा दर्ज कराया
पत्र में कहा गया है, “भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के कहने पर आशुतोष ओझा ने पार्टी के 8 कार्यकर्ताओं अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार, श्री प्रकाश सिंह उर्फ नत्थू सिंह, ज्ञान प्रकाश सिंह, पिंटू यादव, हर्ष शर्मा, रघुराज प्रताप उर्फ अंतर्यामी, राजू सिंह सैंथवार और धनेश यादव के खिलाफ विभिन्न धाराओं में थाना गौरी बाजार में फर्जी मुकदमे दर्ज करवा कर पुलिस अधीक्षक ने इनाम घोषित कर दिया है। इसकी जांच करने और पीड़ित परिवार से मिलने प्रतिनिधिमंडल देवरिया जाएगा।”
ये नेता शामिल हैं
इस प्रतिनिधिमंडल में यूपी सरकार के पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी, विधानसभा चुनाव 2022 में पथरदेवा से पार्टी के प्रत्याशी ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, फेफना बलिया से विधायक संग्राम यादव, पूर्व सांसद कनकलता सिंह और रमाशंकर राजभर, पूर्व विधान परिषद सदस्य राम अवध यादव, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओपी यादव और समाजवादी पार्टी देवरिया के जिला अध्यक्ष डॉ दिलीप यादव शामिल हैं। पूर्व विधान परिषद सदस्य राम अवध यादव आज ही देवरिया पहुंच गए हैं।
इनाम घोषित किया
बताते चलें कि देवरिया पुलिस ने सदर सीट से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार रहे अजय प्रताप सिंह और उनके भाई सहित 8 लोगों को भगौड़ा घोषित कर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabh Chunav 2022) के दौरान इन सभी ने भाजपा समर्थकों के साथ मारपीट की थी।
हार हुई
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को रोकने के लिए सपा ने सदर सीट से तीन बार के विधायक रहे दिवंगत नेता जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को चुनावी अखाड़े में उतारा था। हालांकि नतीजों में उन्हें भाजपा के शलभ मणि त्रिपाठी से हार का सामना करना पड़ा।
कद्दावर नेता थे
दिवंगत भाजपा नेता जन्मेजय सिंह देवरिया जनपद के बड़े नेताओं में शुमार थे। उनके निधन के बाद उनके बेटे अजय प्रताप सिंह ने भाजपा से दावेदारी के लिए टिकट मांगा था। मगर पार्टी ने उन्हें दरकिनार करते हुए सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी को उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था। इससे नाराज होकर पिंटू सैंथवार ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा। उन्हें लगभग 19000 वोट मिले थे। उपचुनाव में डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी को जीत मिली थी।