Deoria News : बार-बार अपील करने और जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद देवरिया में किसान पराली जला रहे हैं। ऐसे कृषकों से निपटने के लिए प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू की है। जुर्माने के अलावा अब ऐसे किसानों को पीएम सम्मान किसान निधि से भी वंचित रखा जाएगा। ऐसे किसानों को निधि की किस्त नहीं मिलेगी। इसके अलावा कृषि विभाग की तमाम योजनाओं में मिलने वाले अनुदान का लाभ नहीं मिलेगा।
उप निदेशक कृषि विकेश कुमार पटेल ने बताया कि लगातार प्रयास के बावजूद अभी भी जनपद के कुछ किसान पराली जला रहे हैं। प्रशासन इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जुर्माने की कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में बरहज के 1, सलेमपुर के 1, देसही देवरिया के 1 और बैतालपुर के 2 व्यक्तियों को पराली जलाने पर ढाई हजार रुपया प्रति व्यक्ति जुर्माना नोटिस दिया गया है।
साथ ही कृषि विभाग के उस क्षेत्र के तकनीकी सहायकों को निष्क्रिय रहने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है। जो भी कृषक अपने खेत में पराली जलाएगा, उसकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि भी रोक दी जाएगी। पराली जलाने पर 2 एकड़ क्षेत्र से कम पर ढाई हजार रुपया प्रति घटना, दो से 5 एकड़ क्षेत्रफल पर ₹5000 प्रति घटना तथा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल पर ₹15000 प्रति घटना की दर से जुर्माना तहसील के माध्यम से वसूल कराया जाएगा।
यदि किसी क्षेत्र में बिना एसएमएस लगा हार्वेस्टर फसल की कटाई कर रहा है, तो उसे संबंधित थाना के माध्यम से तत्काल सीज कराया जाएगा। सीज हार्वेस्टर को तब तक नहीं छोड़ा जाएगा, जब तक कि हार्वेस्टर मालिक अपने स्वयं के खर्च पर हार्वेस्टर में एसएमएस लगवा नहीं लेता है। यदि कोई किसान बार-बार पराली जलाएगा, तो उसे कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं में दिए जाने वाले अनुदान से भी वंचित रखा जाएगा।