Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की प्रेरणा से 16 जनवरी, 2021 से देश में इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के सुरक्षा कवच के रूप में वैक्सीनेशन कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ था। आज 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन अभियान प्रारम्भ हो गया है। 15 से 18 वर्ष के प्रत्येक बच्चे के लिए निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। सीएम ने बच्चों में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए वैक्सीनेशन वाले दिन तथा अगले दिन इन लाभार्थियों को विद्यालय से अवकाश देने का आदेश दिया।
निरीक्षण किया
प्रदेश में 15 से 18 वर्ष उम्र के किशोर बच्चों के कोविड टीकाकरण के शुभारम्भ के अवसर पर आज सीएम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय में वैक्सीनेशन सेन्टर के निरीक्षण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने टीकाकरण के लिए आये बच्चों से संवाद किया तथा टीकाकरण केन्द्र की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने अधिकारियों को टीकाकरण कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप संचालित करने के आदेश दिये।
2150 बूथ पर शुरू हुआ टीकाकरण
सीएम ने कहा कि प्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों की संख्या लगभग 1 करोड़ 40 लाख है। इन्हें एक समय सीमा के अन्दर टीकाकरण से आच्छादित करना है। इन बच्चों को कोवैक्सीन दिये जाने का सुझाव दिया गया है। इस आयु वर्ग के लिए आज से प्रदेश में 2,150 बूथ पर टीकाकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई है। राजधानी लखनऊ के 39 सेन्टर्स पर बच्चों को वैक्सीन दी जा रही है।
सतर्क रहना होगा
सीएम योगी ने आगे कहा, 18 वर्ष से अधिक उम्र वर्ग के तहत प्रदेश में अब तक 20 करोड़ 25 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। 12 करोड़ 84 लाख 94 हजार 516 लोगों ने टीके की पहली डोज तथा 7 करोड़ 40 लाख 93 हजार 819 लोगों ने दोनों डोज ले ली हैं। नए वैरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron Variant) को संक्रमण की तीसरी लहर का कारण बनने की आशंका व्यक्त की जा रही है। यह सच है कि ओमीक्रॉन तीव्र संक्रमण है, लेकिन यह भी सच है कि सेकेण्ड वेव की तुलना में यह वैरिएंट काफी कमजोर है। यह मात्र एक सामान्य वायरल फीवर है। किसी भी बीमारी में सतर्कता और सावधानी आवश्यक होती है। इस मामले में भी सतर्कता और सावधानी बरतना आवश्यक है। घबराने की आवश्यकता नहीं है।
कमजोर पड़ रहा है
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि मार्च-अप्रैल, 2021 में प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट (Covid Delta Variant) के संक्रमण में यह देखा गया था कि जो लोग इससे संक्रमित होते थे, उन्हें रिकवर होने व निगेटिव आने में 15 से 25 दिन का समय लग जाता था। इसमें बहुत अधिक पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन्स देखने को मिले थे। ओमीक्रॉन के मामले में अब तक इस प्रकार की स्थिति नहीं है। वायरस अब कमजोर पड़ चुका है। फिर भी कोमॉर्बिड लोगों को इस दृष्टि से बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है।
8 मामले मिले
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक ओमीक्रॉन के 8 मामले आए हैं, जिसमें से 3 मामले पहले ही निगेटिव हो चुके हैं। शेष होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में वर्तमान में कोविड-19 के कुल 2,261 एक्टिव केस हैं। इनमें 2,100 से अधिक होम आइसोलेशन में हैं। होम आइसोलेशन में इतने मामले होना यह दिखाता है कि वायरस कमजोर पड़ चुका है। अब उसका उतना प्रभाव नहीं है। लेकिन हमें सतर्कता और सावधानी बरतनी होगी।
जल्द दूर होगी बीमारी
सीएम ने कहा कि सतर्कता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने रात्रिकालीन कर्फ्यू (Night Curfew) लगाया है। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न हो तथा कोरोना के प्रति जागरूकता सृजन के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। वैक्सीनेशन कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने देश में तथा भारत ने विश्व में कोविड प्रबन्धन में काफी सफलता प्राप्त की है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कोरोना के खिलाफ 25 मार्च, 2020 से प्रारम्भ हुई देश की लड़ाई अब निर्णायक स्थिति में पहुंच रही है। हम सभी शीघ्र देखेंगे कि कोविड पूरी तरह समाप्त होगा और प्रत्येक व्यक्ति इस सदी की सबसे बड़ी महामारी से पूरी तरह मुक्त होगा।