ग्रेटर नोएडा वेस्ट : (Greater Noida West) में स्थित श्री राधा स्काई गार्डेन (Shri Radha Garden Sky) के निवासी बिल्डर से मूलभूत सुविधाओं की मांग लंबे वक्त से कर रहे हैं। लेकिन अब तक उन्हें कुछ खास हासिल नहीं हुआ है। साथ ही निवासी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) और गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन से जल्द कार्रवाई की भी मांग कर चुके हैं। वहां से भी कोई मदद नहीं मिली। इसके चलते सोसायटी में हजारों लोग बुनियादी सुविधाओं की कमी के बीच रह रहे हैं।
सोसायटी के निवासी गौरव पटेल ने कहा, “बेसमेंट मे लीकेज और सीपेज की समस्या पिछले 4 साल से रोजाना बनी रहती है। इसकी वजह से रिहायशी टावरों के पिलर कमजोर होते जा रहे हैं। अगर इसे जल्द से जल्द सही नहीं कराया गया, तो वो दिन दूर नहीं जब शाहबेरी और गुड़गाँव जैसी घटनाएं इस सोसाइटी में हो सकती हैं। इससे यहां रहने वाले 900 से ज्यादा परिवारों के 2500 से ज्यादा लोगों के जान-माल पर संकट आ सकता है।”
आग से बचाव का प्रबंध नहीं
एक अन्य निवासी मृगांक कुमार ने बताया, “फायर फाइटिंग संसाधनों का ना होना जान-माल के लिये एक बहुत बड़ी समस्या है। इसकी वजह से किसी भी आगजनी की अप्रिय घटना घटने पर 900 परिवारों को जिंदगी हमेशा खतरे के साए में रहती है।”
STP ठीक नहीं
निवासी अनुराग शरण ने Sewage Treatment Plant (STP) की कार्य क्षमता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहां कि बिल्डर के ऊपर कई बार ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने पेनाल्टी लगाया है। इसके बाबजूद कोई खास सुधार नहीं आया है। यह एक बहुत ही जरूरी मूलभूत समस्या है।
पार्किंग नहीं है
घर खरीदार समीर कपूर ने पार्किंग की समस्या गिनाई। उन्होंने कहा कि बेसमेंट में लीकेज और सीपेज की लगातार समस्या होने की वजह से आज तक कार पार्किंग कम्प्लीट नहीं हो पायी है। इसके चलते आज तक कार पार्किंग किसी भी निवासी को हैंडओवर नहीं हो पायी है। जबकि प्रति कार पार्किंग के लिए बिल्डर ने निवासियों से 2 -3 लाख की वसूली सालों पहले ही कर ली है। पार्किंग ना होने की वजह से आए दिन निवासियों के बीच कहा-सुनी होती है।
पैसा वसूल लिया
निवासी सत्यवीर राजपूत ने कहा, “क्लब हाउस, जिम और स्विमिंग पूल का निवासियों को सपना दिखाकर लाखों रुपये सालों पहले वसूल लिया गया। जबकि यह तीनों सुविधाएं आज तक कम्प्लीट नहीं की गई हैं। सिर्फ पेपर पर दिखाने के लिए कर दिया गया है। जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं है। तो फिर निवासियों द्वारा दिए गए करोड़ों रुपए का क्या हुआ?
करोड़ों रुपए बकाया है
खरीदार पीयूष शर्मा ने फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का करोड़ों रुपये बकाया होने की वजह से पूरे सोसाइटी के 19 टावर की TOC खत्म हो गई है। इसके चलते रजिस्ट्री बंद कर दी गई। सोसायटी की कुल 1980 फ्लैट में से अब तक महज 600-700 फ्लैटों की रजिस्ट्री हो पायी है। बाकी 1200-1300 फ्लैटों की रजिस्ट्री सालों से पेंडिंग चल रही है।
अब तक नहीं मिले फ्लैट
उन्होंने आगे कहा, लाखों रुपये देने के बावजूद खरीदारों को आज तक फ्लैट नहीं मिल पाए हैं और मजबूरन वो किरायेदार बने हुए हैं। मजबूरन बैंक लोन की EMI और किराये के घर का किराया दे रहे हैं। बिल्डर खरीदारों के इन पैसों से फ्रॉड और चोरी करके अय्याशी कर रहा है।
मनमानी कर रहा बिल्डर
इसके अलावा भी कई और मूलभूत सुविधाओं का पूरे सोसाइटी परिसर मे अभाव है। जिसका बिल्डर कोई भी संज्ञान नहीं ले रहा है। बिल्डर निवासियों और खरीदारों के मेहनत की कमाई और जान-माल के साथ खेल रहा है। बिल्डर की उपेक्षा और ज्यादती के खिलाफ हजारों निवासी लंबे समय से प्रदर्शन भी कर रहे हैं, लेकिन बिल्डर अपनी मनमानी पर उतारू है।