Deoria News : देवरिया के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कार्यरत तीन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोप है कि तीनों शिक्षकों ने नौकरी पाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है।
इसमें किसी के पास बीएड की फर्जी मार्कशीट है, तो किसी ने फर्जी सीटीईटी मार्कशीट का इस्तेमाल किया है। शिकायत देने के 5 दिन बाद भी आरोपी शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।
प्रखंड शिक्षा अधिकारियों ने इनके खिलाफ तहरीर दी है –
-प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर में कार्यरत खामपार थाना क्षेत्र (Khampar Thana Area) के चफवा खुर्द निवासी सहायक शिक्षक लल्लन यादव का सीटीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। 3 जुलाई को प्रखंड शिक्षा अधिकारी जया राय ने इनके खिलाफ एकौना थाने में कार्रवाई के लिए शिकायत दी है।
-वहीं प्राथमिक विद्यालय समोगर द्वितीय में कार्यरत शिक्षक चंद्रभूषण यादव फर्जी मार्कशीट पर नौकरी करने के दोषी पाए गए हैं। 3 जुलाई को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुदामा ने मामले में कार्रवाई के लिए मदनपुर थाने में उनके खिलाफ शिकायत दी है।
-भटनी थाना क्षेत्र के पिपरा दीक्षित निवासी ऋषिकेश कुमार प्राथमिक विद्यालय खापधवा में कार्यरत हैं। उनका बीएड सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है। बैतालपुर प्रखंड शिक्षा अधिकारी नवनीत चौबे ने बताया कि संबंधित के खिलाफ गौरी बाजार थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है। सीओ रुद्रपुर ने कहा कि आरोपी शिक्षकों के मामले की जांच कर आवश्यक तथ्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही केस दर्ज किया जाएगा।
मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों को देनी होगी जानकारी
उत्तर प्रदेश सरकार की बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर जांच जारी है। विभिन्न जिलों में फर्जी शिक्षक मिल रहे हैं। इसीलिए शिक्षकों को अपने शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जानकारी मानव संपदा पोर्टल पर देनी होगी। नकली शिक्षक मानव संपदा पोर्टल पर इसकी जानकारी देने से कतरा रहे हैं।
नहीं दे रहे जानकारी
बार-बार जवाब मांगने के बाद भी शिक्षक अपने शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन नहीं करवा रहे हैं। जांच में ऐसे शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। फर्जी पाए गए शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।
दो साल में 69 फर्जी शिक्षकों की सेवा की जा चुकी है
पिछले दो वर्षों में जिले में 69 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी हैं। शिकायतों के आधार पर एसटीएफ और विभाग ने जांच की। जांच में सभी शिक्षक फर्जी पाए गए और सभी की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। इनमें से 55 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बाकी के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।