Shahjahanpur News : यूपी के शाहजहांपुर में सोमवार को एक वकील की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया है। जानकारी के मुताबिक पुरानी दुश्मनी के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी से पुलिस पूछताछ कर और जानकारी जुटा रही है। दिनदहाड़े हुए हत्याकांड की वजह से राज्य सरकार कानून व्यवस्था को लेकर बैकफुट पर थी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए थे।
पुलिस ने हत्या के आरोप में अधिवक्ता सुरेश गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मामले के पीछे किराएदारी का विवाद बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार सिंजई में अधिवक्ता सुरेश गुप्ता के घर पर भूपेंद्र सिंह रहते थे। किराएदारी को लेकर भूपेंद्र का सुरेश गुप्ता से विवाद हो गया था। तब से अब तक दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कराए हैं। पुलिस के अनुसार सुरेश गुप्ता ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। 88 साल के सुरेश गुप्ता स्टेट बैंक से रिटायर हैं।
दरअसल जब आज शाहजहांपुर के कोर्ट परिसर में तीसरी मंजिल पर एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या की गई, तो पूरे न्यायालय परिसर में सनसनी फैल गई। यह खबर थोड़ी ही देर में आग की तरह पूरे शहर और प्रदेश में फैली। इसके बाद से ही राज्य सरकार दबाव में थी। विपक्षी दलों का कहना था कि जब न्यायालय जैसी जगह में वकील सुरक्षित नहीं है, तो सड़कों पर चलने वाला आम आदमी कैसे सुरक्षित रह सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शाहजहांपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे थे। फॉरेंसिक टीम से साक्ष्य एकत्रित करवाए गए थे। अब इस मामले में आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद खुलासा हुआ है कि पुरानी रंजिश में हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
यह है पूरा घटनाक्रम
सोमवार, 18 अक्टूबर को शाहजहांपुर कचहरी में एक सनसनीखेज वारदात हुई है। यहां तीसरी मंजिल स्थित ACJM ऑफिस में अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह की तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना से पूरे कचहरी में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। आनन-फानन में मौके पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा बरामद किया है। बता दें वारदात के समय दफ्तर में कोई भी मौजूद नहीं था।
आला अधिकारी पहुंचे
हत्यारे की तलाश के लिए फॉरेंसिक टीम के साथ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। मौके पर एसपी एस आनंद, डीएम इंद्र विक्रम सिंह पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक करीब 12 बजे कचहरी की तीसरी मंजिल में हमलावर अधिवक्ता की हत्या कर मौके पर ही तमंचा छोड़कर आराम से फरार हो गया। जलालाबाद निवासी अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह लंबे समय से शहर में वकालत कर रहे थे।
तीसरी मंजिल पर हुई घटना
सोमवार को वह रोज की तरह कोर्ट पहुंचे। करीब 12 बजे वह न्यायिक भवन की तीसरी मंजिल पर कार्यालय में मुकदमों के बारे जानकारी लेने पहुंचे। तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई। वहां मौजूद बाबुओं ने देखा तो वहां कोई नहीं था। एसपी एस आनंद ने बताया कि अधिवक्ता को सिर में गोली मारी गई। या फिर उन्होंने स्वयं जान दी। इस बारे में छानबीन की जा रही है। उनके पास से एक तमंचा बरामद किया गया है।