Manish Gupta Murder Case : मनीष गुप्ता की मौत का हर पहलू जांचेगी एसआईटी, दो दर्जन लोगों को शहर न छोड़ने का आदेश

Gorakhpur News : गोरखपुर में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta Murdee) की हत्या के मामले को सुलझाने के लिए विशेष जांच दल जल्द क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी। एसआईटी इसकी तैयारी कर रही है। मामले से जुड़े लोगों को शहर ना छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस बहुचर्चित हत्याकांड में 6 पुलिसकर्मी आरोपी हैं। जिन पर हत्या समेत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है। पहले सभी फरार थे। लेकिन 12 से ज्यादा टीमों ने उन्हें अलग-अलग ठिकानों से दबोचा था।

सभी आरोपियों पर एक – एक लाख रुपए का इनाम भी रखा गया था। इस हत्याकांड से उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिष्ठा पर आघात पहुंचा है। इसीलिए योगी आदित्यनाथ सरकार मामले की निष्पक्ष और पूरी जांच कराने के पक्ष में है। जानकारी के मुताबिक एसआईटी ने मुकदमे से जुड़े 22 गवाहों को शहर ना छोड़ने के निर्देश दिए हैं। विशेष जांच दल ने होटल कर्मी, हॉस्पिटल कर्मी और थाने के सिपाही को इस मामले में गवाह बनाया है। एसआईटी पर पूरे मामले के जांच कर जल्द रिपोर्ट पेश करने का दबाव है।

27 सितंबर की घटना है

बताते चलें कि गोरखपुर के कृष्णा होटल पैलेस में 27 सितंबर की रात को कानपुर बर्रा के निवासी कारोबारी मनीष की मौत हो गई थी। माना गया कि पुलिस की बेरहमी से पिटाई की वजह से उनकी मौत हुई। तत्कालीन थानेदार जगत नरायण सिंह समेत 6 पुलिस कर्मियों के खिलाफ रामगढ़ताल थाने में हत्या का मामला दर्ज हुआ था। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया, आरोपी पुलिस वालों पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी। हालांकि अब सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।

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