Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार, 27 मार्च को गोरखपुर से वाराणसी के लिए हवाई सेवा के शुभारम्भ कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि बाबा गोरखनाथ की धरती एवं बाबा विश्वनाथ की धरती का वायु मार्ग से पहली बार आपस में जुड़ाव हो रहा है। उन्होंने इस हवाई सेवा के यात्रियों को उनकी सुखद एवं मंगल यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ के पावन धाम को भव्य और दिव्य स्वरूप दिया गया है। प्रदेश के कई शहर देश के विभिन्न गंतव्यों के साथ जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बेहतरीन कनेक्टीविटी न केवल समय की बचत करती है, बल्कि अनेक रोजगार एवं उस क्षेत्र के विकास की सम्भावनाओं को भी जोड़ती है।
आर्थिक तरक्की होगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय देश में एयर कनेक्टिविटी को बेहतरीन एवं आसान बनाने का कार्य कर रहा है। यह कार्य भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में एक निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेगा।
इन शहरों के बीच फ्लाइट्स शुरू
सीएम ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि देश एवं प्रदेश के 6 गंतव्यों के लिए आज से प्रारम्भ हुई हवाई सेवा, राज्य के विकास को एक नई ऊंचाई प्रदान करेगी। यह हवाई सेवाएं गोरखपुर से वाराणसी, गोरखपुर से कानपुर, गोरखपुर से बेंगलुरु, वाराणसी से मुम्बई, कानपुर से पटना, कुशीनगर से कोलकाता को जोड़ेंगी।
75 गंतव्यों तक हवाई यात्रा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से वर्तमान में प्रदेश के 9 एयरपोर्ट पूरी तरह से क्रियाशील हो चुके हैं। आज से 5 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश में केवल 4 एयरपोर्ट क्रियाशील थे, जिससे देश के मात्र 25 गंतव्यों तक हवाई यात्रा सम्भव हो पाती थी। आज देश में हवाई सेवा के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। विगत 5 वर्षाें में उत्तर प्रदेश हवाई सेवा के इस विकास का एक बेहतरीन उदाहरण बनकर प्रस्तुत हुआ है। वर्तमान में प्रदेश से देश एवं प्रदेश के 75 गंतव्यों तक हवाई यात्रा सुगमता से की जा सकती है।
एयरपोर्ट्स बन रहे हैं
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के संकल्प-‘हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा’ की पूर्ति करता हुआ दिखायी दे रहा है। देश में सर्वाधिक जनजाति बाहुल्य क्षेत्र सोनभद्र, धर्म नगरी चित्रकूट, महात्मा बुद्ध की प्रवासस्थली श्रावस्ती में एयरपोर्ट निर्माण का कार्य प्रगति पर है। भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा क्रियाशील है। प्रदेश में वाराणसी, लखनऊ एवं वर्तमान में निर्माणाधीन जेवर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट नोएडा, और अयोध्या में निर्माणाधीन एयरपोर्ट विकास की एक नई कहानी कहते हैं। हवाई आधारभूत अवसंरचना के निर्माण से रोजगार की विभिन्न सम्भावनाएं एवं पर्यटन के अनेक अवसर विकसित हुए हैं।
विकास को बल मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पाइस जेट, जिसने शुरू से ही वायु सेवा क्षेत्र में अच्छी रूचि दिखाई है, के लिए प्रदेश में अनेक सम्भावनाएं हैं। इन सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से प्रारम्भ हवाई सेवाएं सभी हवाई यात्रियों को सुगम एवं आसान यात्रा के साथ-साथ गोरखपुर एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को एक नई ऊंचाई प्रदान करने में सहायक होगीं।