Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के देश का बंटवारा कराने वाले जिन्ना से राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। सीएम ने पूर्व सीएम के बयान को अत्यन्त शर्मनाक बताया।
बीते दिनों मुख्यमंत्री मुरादाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और अखण्डता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है। आजाद भारत को एक भारत के रूप में रखने, वर्तमान भारत को अखण्ड भारत के रूप में रखने का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को जाता है, जिन्हें पूरा देश लौह पुरुष के रूप में मानता है।
तालिबानी मानसिकता है
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, सपा अध्यक्ष की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने आ गई, जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर देश तोड़ने वाले जिन्ना को महिमामण्डित करने का प्रयास किया। भारत की जनता इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी। उत्तर प्रदेश की जनता तो हरगिज स्वीकार नहीं करेगी। यह तालिबानी मानसिकता है, जो हमेशा तोड़ने में विश्वास करती है।
लांछन लगाते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव सामाजिक ताने-बाने को जाति सहित अन्य मुद्दों के आधार पर तोड़ने के अपने मंसूबों में असफल होने के बाद अब महापुरुषों पर लांछन लगाकर पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दुष्प्रवृत्ति को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। समाज और प्रदेश को इसकी निन्दा करनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
देश स्वीकार नहीं करेगा
उन्होंने कहा कि भारत की अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल का यह अपमान देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह वक्तव्य इसलिए आया है, क्योंकि हमेशा उनकी विभाजन की प्रवृत्ति रही है। वे चाहते ही नहीं थे कि किसी गरीब को मकान मिले, किसी गरीब को शौचालय मिले, किसी गरीब को रसोई गैस का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को बिजली का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर मिले।
बाहर नहीं निकले
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा, कांग्रेस और बसपा के सभी नेता कोरोना कालखण्ड के दौरान होम आइसोलेशन में थे। घर से बाहर नहीं निकले थे। गरीब जनता के पास जाने की बात तो दूर, अपनी पार्टी के पदाधिकारियों के घर भी नहीं गए। जब यह नेता होम आइसोलेशन में थे, तो उनके पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी होम आइसोलेशन में पड़े हुए थे।
बुलडोजर चलाने पर होता है दर्द
उन्होंने आगे कहा, यह लोग खड़े होंगे भी कैसे, क्योंकि हमेशा इनकी प्रवृत्ति गरीबों और व्यापारियों की सम्पत्ति को हड़पने की रही है। इनको पीड़ा इस बात की नहीं होती थी कि किसी गरीब की सम्पत्ति को कोई माफिया कैसे हड़प रहा है। इनको पीड़ा तब होती है, जब प्रदेश सरकार किसी माफिया की हड़पी गई जमीन पर बुलडोजर चलाने का कार्य करती है।