Deoria News : देवरिया के सलेमपुर से सांसद रविन्द्र कुशवाहा (Ravindra Kushwaha Sansad) ने संसद में नियम 377 के तहत पूर्वांचल के लोगों के लिए बड़ी मांग की है।
उन्होंने कहा है कि सलेमपुर के अंतर्गत देवरिया, बलिया सहित पूरे पूर्वांचल के लोगों की आय कृषि व पशुपालन पर आधारित है। पूर्वांचल सहित पूरे उत्तर प्रदेश में किसानों तथा पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट का उत्पादन दोगुना और खाद्य सुरक्षा को आत्मनिर्भर एवं आत्म संपन्न बनाने के साथ-साथ रोजगार एवं व्यापार के अवसर उत्पन्न करने के लिए पशुपालन को व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग से जोड़ना अत्यंत लाभप्रद होगा।
सांसद ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासकर देवरिया, बलिया, कुशीनगर, गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़ सहित बिहार के 2 जिले सिवान और गोपालगंज पूर्णतया कृषि एवं पशुपालन के अनुकूल हैं। यहां व्यावसायिक डेयरी फॉर्मिंग की असीम संभावनाएं हैं, परंतु समुचित प्रशिक्षण एवं वैज्ञानिक मार्ग निर्देशन प्राप्त न होने के कारण पशुपालकों एवं किसानों को अपेक्षित लाभ प्राप्त नहीं होता है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मांग करते हुए कहा कि संसदीय क्षेत्र सलेमपुर के अंतर्गत देवरिया- बलिया में डेयरी अनुसंधान संस्थान स्थापित करने तथा व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण केंद्र विकसित कराएं, जिससे यहां के पशुपालकों एवं किसानों की आय में दोगुना वृद्धि हो। प्रदेश में डेयरी प्रोडक्ट का उत्पादन दोगुना हो, तथा खाद्य सुरक्षा आत्मनिर्भर आत्म संपन्न बने।
सलेमपुर भाजपा मीडिया प्रभारी अजय दूबे वत्स ने बताया कि सदन सत्र के पहले भाग में सांसद रविन्द्र कुशवाहा के इस मांग से किसानों की आय में भारी वृद्धि होगी। जिससे अपने यहां के किसानों का रूझान बहुत तेजी से पशुपालन की तरफ बढ़ेगा।