Uttar Pradesh : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक सदस्यों में से एक और वर्तमान संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) और उनकी पत्नी साधना गुप्ता (Sadhana Gupta) का रिश्ता सालों तक दुनिया से छिपा रहा।
लेकिन एक हलफनामे की वजह से दोनों के संबंध उजागर हुए। बाद में मुलायम सिंह यादव ने अपनी पहली पत्नी की निधन के बाद साधना गुप्ता को सार्वजनिक तौर पर पत्नी का दर्जा दिया।
निधन हो गया
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले 4 दिन से अस्पताल में भर्ती थीं।
ऐसे बढ़ीं नजदीकियां
साधना और मुलायम के नजदीक आने की वजह उनकी मां थीं। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की मां अस्पताल में भर्ती थीं। तब साधना ने मुलायम की मां मूर्ति देवी की बहुत सेवा की। वह एक पेशेवर नर्स के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही थीं। इसी बीच दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। उसी दौरान साधना ने पूर्व मुख्यमंत्री की मां को एक गलत इंजेक्शन दिए जाने से रोका था।
करीब होते गए
इसके बाद मुलायम उन्हें और पसंद करने लगे थे। साल 2003 में अखिलेश की मां और मुलायम सिंह की पहली पत्नी मालती देवी का निधन हुआ, तो सार्वजनिक तौर पर मुलायम सिंह ने साधना गुप्ता को अपनी पत्नी का दर्जा दिया। इस वजह से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने पिता से काफी नाराज भी हुए थे।
सालों तक छिपी रही लव स्टोरी
वर्ष 1982 से लेकर 1988 तक मुलायम सिंह और साधना गुप्ता के संबंधों के बारे में सिर्फ अमर सिंह जानते थे। वह इकलौते ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें दोनों का राज मालूम था। उन्हें पता था कि मुलायम को प्यार हो गया है, लेकिन वह किसी से कुछ नहीं कह सके। अमर सिंह यह कहते भी तो कैसे, क्योंकि मुलायम के घर पर उनकी पत्नी मालती देवी और बेटा अखिलेश भी था।
अखिलेश से मिलाया
लेकिन साल 1988 में एक साथ कई चीजें बदल गईं। इस समय मुलायम मुख्यमंत्री बनने की रेस में थे और साधना भी अपने पति से अलग रहने लगी थी। उस समय उनकी गोद में एक बच्चा भी था। इतना ही नहीं, इन सब के बीच मुलायम ने अखिलेश और साधना की मुलाकात करा दी थी।
चंद्रप्रकाश से हुई थी साधना की पहली शादी
साधना गुप्ता मूल रूप से यूपी के इटावा के बिधुना तहसील की रहने वाली थीं। साल 1986 में उनकी शादी फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता से हुई थी। शादी के बाद साधना ने बेटे प्रतीक को जन्म दिया था। प्रतीक यादव के जन्म के करीब 2 साल बाद साधना और चंद्रप्रकाश अलग हो गए। दोनों का तलाक हो गया।
बायोग्राफी में रिश्ते का जिक्र है
इसके बाद साधना गुप्ता और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बीच नजदीकियां बढ़ीं। दरअसल साधना भी सपा की कार्यकर्ती थीं। अखिलेश यादव की बायोग्राफी ‘बदलाव की लहर’ में मुलायम सिंह और साधना के रिश्ते का जिक्र है।