Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में योगी (Yogi Adityanath) सरकार के गन्ने के दामों में बढोत्तरी न करने के फैसले पर राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal-RLD) के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यूपी में गन्ना किसान लम्बे समय से गन्ने की फसल का दाम बढाने की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उनकी आशा पर पानी फेरने का काम किया है। जिससे किसानों में गुस्सा और आक्रोश है।
सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल गन्ने के दाम में बढोत्तरी कराने को लेकर विगत 2 माह से किसान संदेश अभियान के माध्यम से गन्ना किसानों की समस्याओं के लिए लाखों की संख्या में संदेश पत्र भेज चुकी है, लेकिन किसान विरोधी सरकार अपनी हठधर्मिता को नहीं छोड़ी तथा किसानों को निराशा और मायूसी ही हाथ लगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने गन्ने के रेट नहीं बढाएं हैं। इसके बाद से ही किसानों में रोष बढ़ गया है।
कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ने किसानों के दुख को बयां करते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, गन्ने का भुगतान नहीं हो पा रहा है। गन्ने की घटतौली की जा रही है। इसे सहन नहीं किया जायेगा। मिलों को किसानों को बीमा की व्यवस्था करानी चाहिए, मिल में खेत से गन्ना लाते समय दुर्घटना होने पर इसका लाभ मिले। किसानों को छूट पर सोलर पैनल उपलब्ध कराया जाए। छुट्टा पशुओं से परेशानी हो रही है, इसका समाधान कराया जाए तथा किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाई जानी चाहिए।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा पेराई सत्र में गन्ने के मूल्य निर्धारण में अभूतपूर्व देरी के बाद फिर किसानों को झटका दिया है योगी सरकार ने। किसानों की बढ़ी हुई लागत और दूसरे राज्यों में वृद्धि के बावजूद सुगर केन सैप पिछले वर्ष के स्तर पर रखा गया।