Deoria News : हाईटेंशन तार की चपेट में आने से सेंट जेवियर्स स्कूल सलेमपुर के छात्र अमित कुमार की मौत की सूचना पर राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम (Minister Vijay Laxmi Gautam) ने जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (Deoria DM Jitendra Pratap Singh IAS) से वार्ता कर बिजली विभाग के दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने को कहा है।
राज्य मंत्री ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा की छात्र के मौत की सूचना बेहद पीड़ादायक है। मेरी संवेदना छात्र के परिजनों के साथ है। सलेमपुर में जर्जर तार ठीक नहीं किया गया, तो बिजली विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। दरअसल आदर्श नगर पंचायत सलेमपुर में विद्युत विभाग की लापरवाही आए दिन सामने आती है। इसी लापरवाही ने दसवीं की एक छात्र की जान ले ली।
बताते चलें कि देवरिया जिले के सलेमपुर में स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल (St. Xavier’s School) के दसवीं के छात्र की हाईटेंशन तार की चपेट में आने से शनिवार को मौत हो गई। घटना उस समय घटी, जब छात्र अपनी बाइक से घर जा रहा था और सेंट पॉल पब्लिक स्कूल के पीछे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। आसपास के लोगों ने पुलिस की मदद से छात्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया।
मौत की खबर मिलते ही छात्र के परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेमपुर पहुंचे। हालांकि पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए देवरिया ले जाने की तैयारी कर रही थी। परिजनों ने वाहन को रोक दिया और मौके पर जिलाधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे। इसको लेकर पुलिस और लोगों के बीच में जमकर नोकझोंक हुई। काफी मान-मनौवल के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
मृतक छात्र क्षेत्र के चांदपलिया गांव निवासी व बाराबंकी में तैनात दरोगा उमाशंकर का पुत्र अमित कुमार (16 वर्ष) है। परिजनों ने बताया कि अमित शनिवार की सुबह घर से कोचिंग के लिए निकला। कोचिंग करने के बाद वापस घर लौट रहा था कि सेंट पॉल पब्लिक स्कूल के पीछे पोल से नीचे लटक रहे तार की चपेट में आ गया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
छात्र की मौत की सूचना पाकर सेंट जेवियर्स विद्यालय को शोक में बंद कर दिया गया। छात्र के घर में भी कोहराम मचा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि आज सुबह कोचिंग पढ़ने निकला अमित अब दुनिया में नहीं रहा। मां दहाड़ें मार-मार कर रो रही हैं। पूरा परिवार सदमे में है। करीबी और रिश्तेदार परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।